बलिया प्रशासन कितना भी कोशिश कर लेकिन बलिया को जाम के झाम से छुड़ाना अब नामुमनकीं सा साबित हो रहा। कोरोना काल मे विगत कुछ महीने पहले बलिया एसपी विपिन ताडा ने ट्रैफिक पुलिस की कुछ टीम बनाने के साथ ही, शहर में रूट डाइवर्जन कर जाम से मुसीबत पर काबू पाने का प्रयास किया लेकिन न टीम का काम नजर आया न ही रूट डाइवर्जन का नियम फॉलो किया गया। नतीजन बलिया के सड़को का नजारा अनलॉक में जाम की स्थिति मानो दो गुना बढ़ गया है। जिसका नजारा कैमरे में कैद हो गया। जाम की झाम वाली ये तस्वीरें बलिया जगदीश पुर चौराहे से सरकारी जिला अस्पताल रोड, ओवर ब्रिज से होकर जिला कार्यालय जाम के बड़ी मुसीबत को झेलने को मजबूर है। यही नही स्टेशन मालगोदाम रोड से होकर चित्तू पांडेय चौराहा से होते हुए बहेरी और रेलवे क्रासिंग की हालत देख आप अंदाजा लगा सकते है की प्रशासन के नाकाम कोशिश का नतीजा है और इन्ही रास्तों से रोज एम्बुलेंस मरीज़ो को लेकर दौड़ती है। बात आम जनता की करे तो उनके द्वारा भी जाम को बढ़ावा देने में कोई कोर कसर नह छोड़ी है। बात बात पर चार पहिया गाड़ी का प्रयोग किया जा रहा है जो सड़क को जाम में ढकेलने का काम कर रहे है।वही अनलॉक में छूट मिलते ही छोटी-बड़ी गाड़िया,ई रिक्शा, मोटर साईकिल, साइकल,रिक्शा इन सबके मानो पर निकल गए हो। जिसका जीत जागता उदाहरण इन जाम हुए मुख्य सड़क को देख लगा सकते है।