वरूण सिंह
लखनऊ । उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी भाजपा ने शुरू कर दी है, भाजपा का फोकस राज्य में दोबारा सरकार बनाने की है और इसके लिए पार्टी गुजरात फॉर्मूले को अपनाने की जुगत में है, भाजपा जिस तरह से गुजरात में हर बार एंटी इनकमबेंसी की काट के लिए पुराने विधायकों का टिकट काटकर नए चेहरे पर दांव लगाती आ रही है, चर्चा है कि उत्तर प्रदेश में भी बीजेपी उसी फार्मूले के तहत अपने 100 से ज्यादा मौजूदा विधायकों का टिकट काटकर नए चेहरे पर दांव लगा सकती है, इसी दांव के चलते बीजेपी लंबे समय से गुजरात में काबिज है, 2019 के लोकसभा चुनाव में भी बीजेपी ने कई मौजूदा सांसदों के टिकट काट दिए थे, उस चुनाव में बीजेपी ने 2014 के मुकाबले 90 सांसदों के टिकट काटे थे, अब यूपी में भी बीजेपी दोबारा सत्ता वापसी करने की कोशिश कर रही है, और इसके लिए गुजरात फॉर्मूला अपना सकती है, अगर ऐसा होता है तो अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में बीजेपी के कई मौजूदा विधायकों का टिकट काटा जा सकता है, और उनकी जगह नए चेहरों पर दांव लगाया जा सकता है । बता दे कि उत्तर प्रदेश में अगले साल फरवरी-मार्च में विधानसभा चुनाव हो सकते हैं, 2017 के चुनाव में बीजेपी ने यहां की 403 में से 312 सीटों पर जीत दर्ज की थी । सपा और कांग्रेस ने साथ मिलकर चुनाव लड़ा था. सपा ने 47 और कांग्रेस ने 7 सीटें ही जीती थीं. मायावती की बसपा 19 सीटे पर सिमट गई थी ।