अबुल फैज
(अमिलो ) आज़मगढ़ । मुबारकपुर नगरपालिका हाल में वारियर्स हेल्प क्लब के सौजन्य से हिजामा कैंप का आयोजन किया गया। जिसका उद्घाटन चेयरपर्सन प्रतिनिधि हाजी अब्दुल मजीद अंसारी ने किया, इस अवसर पर यूनानी मेडिसिन कॉलेज कोलकाता के प्रोफेसर डाक्टर जुल्फिकार अली आज़मी के नेतृत्व में 15 डॉक्टरों पर आधारित मेडिकल टीम ने तिब्बे नबवी के तहत करीब 150 लोगों का हिजामा कर उनके शरीर से खराब ब्लड निकाल कर उनके लिए स्वस्थ्य जीवन का मार्ग प्रशस्त किया गया। डाक्टरों की टीम में डाक्टर नुसरत जहां, डाक्टर मोहम्मद अय्यूब, डाक्टर अशरफ नवाज़, डाक्टर वामिक, डाक्टर गुलाम रसूल, डाक्टर अब्दुल्लाह, डाक्टर आफताब आदि शामिल हैं। मुख्य अतिथि के तौर पर अखिलेश यादव, ज़ियाउल्लाह अंसारी, अमामार अदीबी, हाजी नेसार अहमद पसमांदा, हाजी अली इमाम, प्रमुख समाजसेवी सुनीन वर्मा, सुलेमान शम्सी, बच्चू लाल वर्मा, शाहिद फारूकी ने उपस्थित हो कर हौसला बढ़ाया। इस अवसर पर डाक्टर जुल्फिकार आज़मी ने बताया कि हिजामा’ एक अरबी शब्द है जिसका अर्थ है ‘खींचकर बाहर निकालना’ यानी शरीर से दूषित रक्त को बाहर निकालना। कपिंग (हिजामा) ड्राई और वेट दो तरह की होती है। यह दवा का एक आकर्षक वैकल्पिक रूप है जिसका उल्लेख संभवतः 5000 साल पहले के ऐतिहासिक स्रोतों में भी किया गया है| उन्होंने ने यह भी बताया कि यह एक बहुत ही सरल चिकित्सा है, इसके अंतर्गत कप के नीचे एक वैक्यूम बनाकर इन छोटे कप को त्वचा से जुड़ा रखा जाता है। ये कप त्वचा को ऊपर अपने अंदर की तरफ खींचता है। कपिंग थेरेपी एक प्राचीन पारंपरिक और सहायक चिकित्सा अभ्यास है। हाल ही में, दर्द से संबंधित बीमारियों के इलाज में इसके संभावित लाभों के बढ़ते सबूत देखे गए है। इस अवसर पर वारियर्स के अध्यक्ष, मंज़र इमाम, उपाध्यक्ष आमिर पलम्बर, सचिव अकरम मलिक, कोषाध्यक्ष अली अब्बास, ज़फर मेराज, ज़या शम्स, शाहिद कलीम, वसीम, फैज़ अहमद, ज़फीर नौशाद, शारिक निज़ामी आदि लोग मौजूद थे।