जिस प्रकार कोरोना पर प्रभावी नियंत्रण किया गया है, वैसे ही बाढ़ से भी निपटेंगे – मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
बिकाश सिंह
बलिया। मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ बलिया में गंगा, टोंस और सरयू नदी के कारण आई बाढ़ के हालात को नजदीक से देखा। इसके बाद वे नागा जी सरस्वती विद्या मंदिर माल्देपुर में बाढ़ पीड़ितों से।मिले और उन्हें राहत सामग्री दी।
मीडिया ब्रीफिंग में मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के 24 जिलों के छह सौ गांव से अधिक आबादी वाले गांव बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। जिस प्रकार कोरोना पर प्रभावी नियंत्रण किया गया है, वैसे ही बाढ़ से भी निपटेंगे। कहा कि प्रदेश में बाढ़ के कारण राजस्थान के कोटा बैराज, एमपी के माता टीला और हरियाणा के हथिनी कुंड बांध से पानी छोड़ा जाना है। जिसके कारण यमुना, चम्बल और बेतवा नदियों में अत्यधिक जल प्रवाह हुआ। जो गंगा के माध्यम से कई जिलों में फैल गया है। इसके बाद बचाव और राहत का वृहद कार्यक्रम चलाया जा रहा है। कहा कि यहां 34 गांवों के 112 राजस्व गांव की सवा लाख आबादी प्रभावित हुई है। सुरक्षा को लेकर एनडीआरएफ, एसडीआरएफ व पीएसी लगाई गई है। उन्होने राहत वितरण पर जानकारी देते हुए बताया कि कल्याण योजना के अलावा हर बाढ़ पीड़ित तक राहत पैकेट, केरोसिन, पेट्रोमेक्स व जेनरेटर की भी व्यवस्था की गई है। राहत शिविरों तक कम्युनिटी किचन के तहत भोजन उपलब्ध कराने का निर्देश अधिकारियों को दिया गया है। मेडिकल टीम को भ्रमण करने के निर्देश दिए। प्रशासन को यह भी निर्देश कि छोटी नाव नदी की धारा में न चलें। स्टीमर से ही सवारी ले जाय। मुख्यमंत्री ने
जनप्रतिनिधियों से लोगो की मदद में की अपील की। सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि कटान वाले स्थलों पर तत्परता से काम किया जाय। पुलिस विभाग के अधिकारी भी राहत शिविरों में जाकर सुरक्षा मुहैया कराएंगे। पुलिस को लगातार पेट्रोलिंग के निर्देश दिए गए हैं। कटान की संभावना वाले क्षेत्रों में कटान अवरोधक कार्य किए जाने के निर्देश दिए गए हैं। अभी आशंका बनी रहेगी तो आगे भी प्रशासन को सचेत किया है।