सहतवार (बलिया) यमुना नदी की उफान से दर्जनों गाँव पानी में घीरे लोग अपनी अपनी आशियाना उतरते देख आखों आसू निकल पड़े! क्षेत्र से गुजरने वाली युमना नदी के जलस्तर सोमवार की शाम 58.79सेंटीमीटर रहा जो खतरे की निशान से ऊपर है प्रति घंटा की रफ्तार से बढा़व जारी है। जब कि मंगलवार की सुबह आठ 8.00बजे 58.94 का बढा़व रेकार्ड किया गया यमुना में सेंटीमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से बढ़ाव हो रहा है। बाढ़ प्रभावित रामपुर नम्बरी. रेगहा. कोलकाला. बिन्दबस्ती. चादपुर पुरानी बस्ती. सहित दर्जनों इलाकों में लोगों की नीद चुरा ले गई है और प्रशासन की कान में जू तक नही रेग रही है वही प्रधान भी चुप्पी साधी हुए हैं यमुना तटवर्ती इलाके के ग्रामीणों की माने तो अब तक यमुना के बाढ़ व कटान की रफ़्तार अब बढ़ती जा रही है सम्पर्क मार्ग जल में समाहित होती जा केंद्रीय बाढ़ नियंत्रण केंद्र चांद पुर में सोमवार शाम को यमुना का जलस्तर 58.79 से .मी मीटर दर्ज किया गया। वही ममता मंगलवार की सुबह आठ बजे 58.94 यानि 15 सेमी की बढावा हो रहा है कयास लगाया जा रहा है कि शाम तक और पानी का बढा़व बढ़ने का सम्भव है साथ ही चार सेंटीमीटर प्रति घंटा के रफ्तार से घटाव की बात बताई गई।रामपुर नम्बरी के निवासी जनार्दन सिह का कहना कि हर वर्ष बाढ़ प्रवाहित क्षेत्र है लेकिन शासन प्रशासन अनदेखी करती रहती है वही शिवमुनी बिन्द विन्दु बस्ती के पूर्व बी. डी. सी.कहना है की हर वर्ष शासन प्रशासन बाढ़ के समय आकर अपना वादे पर वादे करते हैं लेकिन कोई सुविधा नहीं मिलता है सम्पर्क मार्ग ही कम से कम ठीक करा दे और मवौसी के चारा और बान्ध पर रहने के लिए तिरपाल का सुविधा उपलब्ध करा दे जिसे छोटे बच्चे खुले आस्मां के नीचे जीवन ज्ञापन न करें!