बसपा सांसद अतुल राय प्रकरण में रेप पीडि़ता व एक साथी के साथ आत्मदाह करने के मामले में योगी सरकार ने दिये जांच के आदेश

लखनऊ। बसपा सांसद अतुल राय पर रेप का आरोप लगाने वाली युवती ने पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट के बाहर अपने एक साथी के साथ आत्मदाह का प्रयास किया. दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इधर यूपी सरकार ने मामले की गम्भीरता को देखते हुये दो सदस्यीय संयुक्त टीम गठित कर दी है. इसमें आईपीएस आर.के. विश्वकर्मा और आईपीएस नीरा रावत को जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई है. ये टीम मामले के हर पहलू की जांच करेगी. टीम इस मामले से जुड़ी सभी एफआईआर और सभी एप्लिकेशन की जांच करेगी. ये टीम दो सप्ताह में उत्तर प्रदेश शासन को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। बता दें युवती और उसके साथी ने दिल्ली में आत्मदाह का प्रयास करने से पहले फेसबुक लाइव भी किया था. इसमें युवती ने वाराणसी के तत्कालीन एसएसपी रहे अमित पाठक, तत्कालीन सीओ भेलुपुर अमरेश सिंह बघेल, दरोगा संजय राय समेत एक न्यायाधीश पर भी सांसद को बचाने और उसे परेशान करने का आरोप लगाया। इस घटना से पहले 2 अगस्त को वाराणसी की सीजेएम कोर्ट ने लड़की के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया था. युवती पर आरोप लगाया गया है कि उसने दो अलग-अलग मुकदमों में अपनी उम्र अलग-अलग दर्ज कराई है. इस मामले में कैंट थाने की पुलिस को युवती की तलाश थी, जबकि दूसरी ओर गैर जमानती वारंट जारी होने से कुछ दिन पहले सांसद अतुल राय की बहन, पिता और वकील ने प्रेस कांफ्रेंस करके पुलिस पर ही सवाल खड़े किए थे। यह भी दावा किया जा रहा है कि लड़की और उसके दोस्त के षड्यंत्र का पर्दाफाश करने से जुड़े सारे ऑडियो रिकार्डिंग समेत अन्य साक्ष्य पुलिस को दिए गए लेकिन फिर भी कोई कार्यवाही नहीं हो रही है. तब बहन ने न्याय न मिलने के कारण अपनी भाभी दवारा आत्महत्या की चेतावनी दी थी. परिवार वालों और वकील ने मऊ सदर विधायक मुख्तार अंसारी पर भी चुनाव की रंजिश के चलते षड्यंत्र का आरोप लगाया था. उससे पहले परिवार वालों ने सीएम योगी से गुहार लगाते हुए मुख्तार अंसारी से अतुल राय की जान को खतरा बताया था.