अतरौलिया क्षेत्र में महंगाई की मार से त्योहारो पर पड़ा असर, गुलजार रहने वाली बाजारों में नहीं दिखी रौनक

राजेश सिंह
अतरौलिया नगर पंचायत समेत आसपास के लोगों में महंगाई का खौफ व्याप्त है। चारों तरफ लोग महंगाई की मार झेल रहे हैं। कोरोना कॉल के दौरान आम जनमानस पर महंगाई का असर लोगो को बुरी तरह प्रभावित कर रहा है। जरूरी चीजें दाल, चावल, चना, बेसन, चीनी, मैदा ,रिफाइंड, घरेलू गैस, डीजल, पेट्रोल में मूल्य वृद्धि होने के कारण लोगों पर इसका सीधा असर पड़ रहा है, वहीं आगामी त्यौहार पर चारो तरफ शांति का आलम देखने को मिल रहा है। पूरी तरह गुलजार रहने वाली बाजारे सूनी पड़ी हुई है, तो वही इंटर तक के स्कूलों में बच्चों की मौजूदगी भी बहुत कम है। स्थानीय लोगों का कहना है कि डीजल पेट्रोल मूल्य वृद्धि होने के कारण ट्रांसपोर्ट पर इसका सीधा असर पड़ा है, जिसके कारण खाद्य सामग्रियों से लेकर अन्य चीजें भी महंगी हो गई है, जिसका आम जनमानस पर बहुत बुरा असर पड़ रहा है ।मिष्ठान विक्रेता अरुण कुमार यादव ने बताया कि रिफाइंड के दामों में बेतहाशा वृद्धि होने के कारण खाने-पीने के सामानों की मूल्य वृद्धि हो रही है, जिसके कारण दुकानों पर ग्राहक बहुत ही कम आते हैं । वही सब्जियों और फलों के दाम भी काफी बढ़ गए हैं, जिसकी वजह से गरीब परिवार का पेट पालना बहुत मुश्किल होता जा रहा है। आगामी मुहर्रम और रक्षाबंधन, जन्माष्टमी जैसे त्योहारों पर जहां बाजारे गुलजार रहती थी, वहां महंगाई की मार झेल रहे दुकानदारों द्वारा ग्राहकों का इंतजार करना पड़ रहा है। खाद्य सामग्री की दुकानों पर जहां हमेशा भीड़ रहती थी, वहां इक्का-दुक्का लोग ही नजर आ रहे हैं। महंगाई का आलम यह है कि लोग बहुत जरूरत पर ही घरों से बाहर निकल रहे हैं और अपनी जरूरत के सामान खरीद कर वापस जा रहे। जहां भी रिफाइंड सरसो तेल आदि की वजह से खाद्य पदार्थों की बिक्री में गिरावट हुई है, वही ट्रांसपोर्ट की वजह से अन्य वस्तुओं में भी भारी बढ़ोतरी होने से लोगों की मुश्किलें काफी हद तक बढ़ चुकी है। बेतहाशा बढ़ रहे पेट्रोल डीजल के दामों से सड़कों पर दौड़ रही गाड़ियों के पहिए थम गए, तो वही गरीब परिवार में रोजी रोटी का सबसे बड़ा संकट भी खड़ा हो चुका है। स्थानीय निवासी समाजसेवी कन्हैया प्रसाद गौड़ ने बताया कि केंद्र व प्रदेश सरकार की मनमानी से डीजल पेट्रोल के दाम में काफी इजाफा कर दिया गया है, जिससे किसानों की खड़ी धान की फसल सूख रही है। समय से सिंचाई नहीं हो पा रही, तो वही जरूरी वस्तुओं पर भी मूल्य वृद्धि होने से गरीबों तक पहुंचने वाली सस्ती चीजें अब उनसे दूर होती चली जा रही है। चारों तरफ महंगाई से हाहाकार मचा है तथा लोग केंद्र और प्रदेश सरकार की जमकर आलोचना कर रहे हैं।