यूपी/(बलिया) पूर्वांचल के पूर्वी छोर पर गंगा की गोद में बसा उत्तर प्रदेश का ज़िला बागी बलिया वैसे बताते चलें कि आजादी की लड़ाई हो या दिल्ली के राजनैतिक गलियारों में बागी बलिया का चर्चा व. कद हमेशा उचा रहा हैं ।

बताते चलें कि बलिया का इतिहास रहा हैं मगर खान पान में भी बलिया जिले के मशहूर व्यंजन लिट्टी चोखा की इन दिनों इंटरनेशनल डिश में शामिल कर एक नया कृतिमान स्थापित कर चुका है गुजरे जमाने की बात है एक समय था जब पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर जी अपने आवास बलिया मे जब भी रुकते थे तो झोपड़ी पर लिट्टी चोखा बनता था और उसे खाने के लिए नेताओं सहित लोगों की भीड़ लगती थी यही कारण है कि लिट्टी चोखा का जो क्रेज काफी वर्ष पूर्व में था आज भी डिजिटल युग में भी बरकरार बल्कि यूं कहें की आधुनिकता या फिर फास्ट फूड के इस दौर में इसकी डिमांड और बढ़ गई है जनपद के ग्रामीण व शहरी इलाकों में हर छोटी-बड़ी चौराहे पर कुछ मिले या ना मिले लेकिन लिट्टी चोखा की दुकान बलिया में जरूर मिलेगी यही कारण है कि यूपी-बिहार ही नहीं बल्कि अब लिट्टी चोखा ने अपना स्थान इंटरनेशनल डिश में बना लिया है स्वाद के बूते विदेशों तक पहुंच बनाने में कामयाब है आलम यह है कि हर दिन इसके दीवानों की लिस्ट लगातार बढ़ती जा रही है यही कारण है कि पूर्वी उत्तर प्रदेश और पश्चिम बिहार के गरीब लोगों का मुख्य भोजन लिट्टी चोखा कभी गरीब लोगों का मुख्य भोजन था वहीं लिट्टी चोखा आज बड़े लोगों का शाही भोजन बनता जा रहा है बड़ी बड़ी पार्टियों में भी इसको मुख्य डिश में शामिल अनिवार्य किया जा रहा है देश के बड़े अभिनेता हो या राजनेता आज सबकी पसंद लिट्टी चोखा बन चुका है।
आज झमाझम बारिश होने कि वजह से मौसम ठंडा है इसलिए दैनिक भास्कर न्यूज परिवार के तरफ आज बाटी चोखा का सपरिवार आंनद लिजिए।