राजेश सिंह
अतरौलिया। यूपी में योगी सरकार जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाना चाहती है, ऐसे में कितना प्रभावी होगा यह कानून, परिवार नियोजन के प्रति कितने गंभीर है, कितने लोगों ने नसबंदी कराई, गर्भनिरोधक दवाओं का कितना  इस्तेमाल हो रहा है, इसका कोई अता पता नहीं है। बता दें कि जनसंख्या नियंत्रण कानून लाने के तहत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर अभी पुरुष नसबंदी का ग्राफ जहां शून्य है, वही महिलाओं के अंदर कुछ जागरूकता आई है। ग्रामीण इलाकों में इसे लेकर लोगों में भ्रम उत्पन्न है, और लोगों का मानना है कि कम से कम 3 या 4 बच्चे होना अनिवार्य है, वही शहरी इलाकों में इसे लेकर जागरूकता आई है, और लोग जरूरी दवाओं का इस्तेमाल भी करने लगे हैं। वही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर प्रत्येक महीने के 21 तारीख को खुशहाल परिवार दिवस के माध्यम से अधिक से अधिक लोगों को जनसंख्या नियंत्रण के प्रति जागरूक किया जा रहा है ।इसे एक प्रोग्राम के तहत ग्रामीण तथा शहरी इलाकों की महिलाओं को अधिक से अधिक जागरूक किया जाता है। जनसंख्या नियंत्रण कानून के आने से लोगों के अंदर क्या असर पड़ेगा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अतरौलिया डॉक्टर शिव कुमार यादव, बीपीएम ने बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के माध्यम से स्थाई साधन को अभी तक 29 लोग अपना चुके हैं, तो वही पुरुष नसबंदी अभी तक शून्य है, जिसके लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है, कि पुरुष नसबंदी की शुरुआत भी हो । स्वास्थ्य केंद्र से कंडोम, माला डी, छाया, कॉपर टी, डीपीआरसीडी, जिसे महिलाएं लगातार ले रही हैं। जब से यह कानून बनाया गया है, इन सब चीजों में बढ़ोतरी हुई है, जिसमें प्रत्येक महीने की 21 तारीख को खुशहाल परिवार दिवस के रूप में मनाया जाता है जिसे एक प्रोग्राम के तहत किया जाता है । और काफी लोग बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हैं।