आफताब आलम
आजमगढ़ । कृषि विभाग द्वारा “प्रमोशन आफ एग्रीकल्चर मैकेनाइजेशन फार इन-सीटू मैनेजमेन्ट आफ क्रॉप रेजिडयू योजनान्तर्गत” न्याय पंचायत सर सेना खालसा के राजस्व ग्राम मोहिउद्दीनपुर में न्याय पंचायत स्तरीय गोष्ठी का आयोजन किया गया । गोष्ठी में जैविक खादों के प्रयोग कर किसानों की फसलों में पैदावार बढ़ाने की जानकारी दी गई। प्राविधिक सहायक (कृषि) श्री राम प्रीत ने फसल अवशेष प्रबंधन के संबंध में कृषकों को बताया कि फसल अवशेष को आधुनिक कृषि यंत्रों जैसे सुपर सीडर, हैप्पी सीडर, सुपर स्ट्रा मैनेजमेंट सिस्टम, मल्चर, रोटरी सलेसर, हाइड्रोलिक रिवर्सिबल एमबी पलाउ, इत्यादि का प्रयोग करके फसल अवशेष का प्रबंधन कर सकते हैं । वेस्ट डी कंपोजर का प्रयोग फसल की कटाई के बाद फसल अवशेष पर छिड़काव करने से फसल अवशेष सड़कर कार्बनिक खाद बन जाता है, इससे मिट्टी में लाभदायक जीवाणुओं की संख्या तथा मिट्टी की उर्वरता में वृद्धि होती है। जिससे कम लागत पर भी किसानों की फसलों में पैदावार अधिक होती है । फसल अवशेष जलाने से लाभदायक मित्र, कीट जल कर मर जाते हैं, एवं मिट्टी की भौतिक रासायनिक, जैविक दशा पर विपरीत प्रभाव पड़ता है ।तथा लाभदायक पोषक तत्व जलकर नष्ट हो जाते हैं । गोष्ठी में प्रविधिक कृषि सहायक सुरेश गौतम, बीटीएम धीरेन्द्र सिंह, सहयोगी कृषक पारस नाथ, ग्राम प्रधान पति राजेन्द्र यादव, लौटन प्रसाद, राम अवतार स्नेही, क्षेत्र पंचायत सदस्य पूनम, विजय बहादुर यादव मास्टर, विनोद कुमार, फूलचंद, राम नगीना, आदि लोग उपस्थित थे।