पिन्टू सिंह

बलिया कोरोना महामारी के कारण लम्बे समय से स्कूलों से दूर रहे बच्चों को सरकार के आदेश के अनुपालन मे परिषदीय विद्यालयों को एक सितम्बर से संचालित किए जाने पर विशेष दिशा निर्देश
?विधालय के कक्षा सहित किचेन शौचालय की साफ सफाई विशेष प्रबंध तथा सेनेटाइजेशन
?सभी के लिए मास्क पहनकर स्कूलों में प्रवेश एव हाथ धोनें निर्देश जारी के वावजूद पालन नहीं किया जा रहा है।
बानगी के रुप में बलिया जिले के रसड़ा शिक्षा क्षेत्र के पूर्व माध्यमिक विद्यालय डेहरी का शनिवार को सुबह 10 बजे रियालिटी चेक किया गया रगाई पोताई सफाई पर प्रधानाध्यापीका का पक्ष जानकारी किया तो बतलायी कि हमारे यहा काम्पोजिकट का पैसा नहीं आया था नाही कायाकल्प योजना पंचायत से विकास हुआ है।
इसलिए रगाई पोताई नहीं हुआ है
और तो और बच्चों को मास्क पर जब पूछा गया तो बगलें झाकनें लगी हालांकि कुछ बच्चों से जिलाधिकारी बलिया, वर्तमान मुख्यमंत्री, देश के प्रधानमंत्री, बेसिक शिक्षा अधिकारी बलिया का नाम पूछा गया मगर छात्र छात्राओं द्रारा नहीं बताया गया ।
इसपर पूछने पर जिम्मेदार प्रधानाध्यापीका ने कहीं कि बच्चे भूल गए हैं ।
पूर्व माध्यमिक विद्यालय डेहरी में फैली गंदगी न सिर्फ स्वच्छता अभियान का पोल खोल रही है बल्कि विभागीय अधिकारियों की लापरवाही को भी दर्शा रहे है ।
उत्तर प्रदेश सरकार कायाकल्प योजना के तहत पूरे प्रदेश में सरकारी भवन एवं प्रांगण में साफ-सफाई एवं भवनों के रंगाई पुताई में लाखों रुपए पानी की तरह बहा रही है लेकिन शिक्षा विभाग अपने उदासीनता के कारण शासन की योजनाओं पर गंभीरता नहीं दिखा रहे है जिससे. परिषदीय विद्यालय धीरे-धीरे भ्रष्टाचार का केंद्र बनता जा रहा है विद्यालय की स्थिति बेहद दयनीय स्थिति में है जहां शौचालय की रंगाई पुताई तक नहीं कराया गया है नल के आसपास गंदगी का अंबार लगा हुआ है और घास फूस के बढ़ जाने से जहरीले जंतुओ का खतरा भी बढ़ गया है
इस संबंध में नवागत खण्ड शिक्षा अधिकारी हिमांशु मिश्रा से दूरभाष पर बातचीत कर ध्यान आकृष्ट कराया तो उन्होंने कहा कि मास्क व शोसल डिस्टेंस का पालन करना है।
पालन नहीं करने पर पत्र जारी करते हैं।