मोहम्मद अकलेन

फूलपुर। फूलपुर ब्लाक क्षेत्र के बक्शपुर मेजवां ग्राम पंचायत स्थिति स्टेडियम हाल में सोमवार को कृषि विभाग के तत्वावधान में किसान गोष्ठी आयोजित की गई। जिसमें किसानों को खेतों में फसल अवशेष आदि को न जलाने के लिये जागरूक किया गया था ।
राजकीय कृषि बीज भंडार प्रभारी मोतीलाल ने कहा कि खेतो में पराली जलाने से प्रदुषण बढता है। उन्होंने फसल काटने के बाद बायोडीकम्पोज़र का घोल बनाकर डालने की सलाह दी । कहा कि इससे पर्यावरण प्रदूषण से भी निजात पाई जा सकती है। उन्होंने बताया कि मिशन अधीन खेतीबाड़ी व किसान भलाई विभाग द्वारा किसानों को जागरूकता कैंपों द्वारा पराली को जलाने से होने वाले बुरे प्रभावों के बारे में जागरूक किया जा रहा है। किसान धान की पराली को खेत में ही दबाकर फसल से अधिक झाड़ प्राप्त कर सकते है। अमित कुमार सहायक टेक्निकल मैनेजर ने कहा कि अगर किसान पराली को खेत में ही दबा दें तो इससे जहां धरती की उपजाऊ शक्ति बरकरार रहेगी। वहीं भूमि की ऊर्बरा शक्ति भी सही रहता है। मनोज कुमार ब्लाक टेक्नीशियन ने कहा कि धान की पराली को आग लगाने से नजदीकी खेतों में खड़ी फसल को भी आग लगने का खतरा बना रहता है। पराली को जलाने से निकलने वाला धुआं और भी खतरनाक हो जाता है। इस लिए मानव कल्याण को ध्यान में रखते हुए पराली को आग न लगाए । इस मौके पर प्रधानपति धर्मेंद्र गौड़, सीताराम, अनसर, हैदर, नैय्यर राजा, सखावत हुसै, लालचंद, रामधारी, रामचरन, समर, हरिश्चंद्र एवं आस पास गांव के किसान थे।