राजेश सिंह
अतरौलिया स्थित सौ शैय्या अस्पताल में गर्भवती महिलाओं को दूसरी व तीसरी तिमाही में एएनसी यानी गुणवत्तापरक जांच और उपचार की सुविधा देने के लिए गर्भवती महिलाओं को समर्पित प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के चलाया गया । इस योजना के अंतर्गत अस्पताल में कार्यक्रम का आयोजन भी किया गया। जिसमें डॉक्टर के के झा के नेतृत्व में गर्भवती स्त्रियों को जांच के उपरांत फल तथा प्रोटीन आदि वितरित किया गया । डॉक्टर के के झा ने बताया कि यह प्रत्येक महीने के 9 तारीख को मनाया जाता है, लेकिन इस बार तीज त्यौहार की वजह से शासन के निर्देश पर इसे 10 सितंबर शुक्रवार को मनाया जा रहा है। सुरक्षित मातृत्व योजना के अंतर्गत महिलाओं को पौष्टिक व आयरन युक्त चीजें दी जाती है । गर्भावस्था के दौरान मूत्र संक्रमण और गुर्दे की पथरी की समस्याएं बढ़ जाती हैं। सही समय पर जांचों से इसे रोका जा सकता है। हाईरिस्क प्रेगनेंसी के दौरान होने वाली समस्याओं से बचाव और जागरूकता को लेकर कार्यक्रम मुख्य रूप से आयोजित किया गया। उन्होंने कहा कि महिलाएं किसी भी समाज का मजबूत स्तंभ होती हैं। जब हम महिलाओं और बच्चों की समग्र देखभाल करेंगे तभी देश का सतत विकास संभव है। एक गर्भवती महिला के निधन से ना केवल बच्चों से मां का आंचल छिन जाता है, बल्कि पूरा का पूरा परिवार ही बिखर जाता है। इसलिए गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य की उचित देखभाल और प्रसव संबंधी जागरुकता फैलाने के उद्देश्य से इस कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। गर्भवती महिलाओं को प्रसव पूर्व देखभाल की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए ही यह कार्यक्रम शुरू किया गया है। अक्‍सर गर्भवती महिलाओं को यूरीनरी ट्रैक्‍ट इंफेक्‍शन (यूटीआई) या मूत्र मार्ग में संक्रमण की दिक्‍कत होती है। अगर इसका इलाज न किया जाए तो यूटीआई के कारण प्रेगनेंट महिला और शिशु को गंभीर स्‍वास्‍थ्‍य समस्‍या हो सकती है। गर्भवती महिलाओं को अधिक से अधिक पानी पीना चाहिए। पानी मूत्र मार्ग में मौजूद बैक्‍टीरिया को बाहर निकालने में मदद करता है। विटामिन सी, क्रैनबैरी और प्रोबायोटिक्‍स की मदद से बार-बार होने वाली यूटीआई की समस्या का इलाज करने में मदद मिल सकती है। इस मौके पर सुभाष पांडे, संजय मिश्रा उर्फ भालू, शशिकांत उपाध्याय, राजू, विनोद यादव, स्टाफ नर्स अंबिका, सुचिता, वीरेंद्र, शिखा पाठक, सुचिता सैमुअल, राजेश यादव, प्रदीप यादव, राजपाल यादव सहित आदि लोग उपस्थित थे।