विनय शंकर राय
लालगंज (आजमगढ़ ) देवगांव कोतवाली अन्तर्गत खनियरा गांव निवासी वीरेंद्र राजभर कि संदिग्ध मौत से आक्रोशित ग्रामीणों ने नेशनल हाईवे पर मंगलवार को देर शाम शव रख कर चक्का जाम कर, पुलिस प्रशासन विरोधी नारेबाजी कर पुलिस पर लीपापोती का आरोप लगाने लगे । खनियरा गांव निवासी वीरेंद्र राजभर (30) पुत्र लालता राजभर मंगलवार को सुबह मसीर पुर-तरवां मार्ग पर रणमो गांव के पास बेहोशी कि हालत घायल पाया गया । सूचना मिलने पर पल्हना पुलिस चौकी प्रभारी मौके पर पहुंच कर वीरेंद्र को एम्बुलेंस से इलाज हेतु सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लालगंज पहुचाया । जहां पर उसका प्रारम्भिक उपचार कर रेफर कर दिया गया । जहां पर उपचार के दौरान उसकी मृत्यु हो गयी । देर शाम पोस्टमार्टम के बाद शव आने कि खबर लगते ही परिजनों सहित ग्रामीणों ने मिर्जापुर के पास नेशनल हाईवे पर चक्का जाम कर पुलिस पर हत्या को दुर्घटना में बदलने का आरोप लगाते हुए पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे । जाम कि खबर लगते ही क्षेत्रीय विधायक अरीमर्दन आज़ाद, उपजिलाधिकारी पंकज कुमार श्रीवास्तव, क्षेत्राधिकारी मनोज रघुवंशी, प्रभारी निरीक्षक देवगांव मंजय सिंह मौके पर पहुंच गए ।परिजनों ने बताया कि सोमवार कि रात को वीरेंद्र अपनी माँ को लालगंज एक नर्सिंग होम पर छोड़ने गया था, जहां पर उसके मौसी का इलाज  चल रहा था, उसके साथ गांव का दीपक भी गया था । उसके बाद वह घर नही पहुंचा, मंगलवार को सुबह बेहोशी कि हालत में सड़क पर घायल पाया गया । परिजनों के मुताबिक उसे मार कर सड़क पर छोड़ दिया गया था । ग्रामीण जिलाधिकारी को मौके पर बुलाने कि मांग पर अड़े थे । उपस्थित अधिकारियों द्वारा उचित एवं निष्पक्ष कार्यवाही का आश्वासन दिए जाने पर जाम समाप्त किया गया ।