विभागीय उदासीनता आधा अधूरा रगाई पोताई

 

पिन्टू सिंह

रसड़ा (बलिया) यूपी के बलिया जिले में उत्तर प्रदेश के यशश्वी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के रसड़ा तहसील क्षेत्र अक्टूबर महिने में संभावित आगमन की सुगबुगाहट को देखते हुए । मुख्यचिकित्साधिकारी बलिया ने रसड़ा सीएचसी पहुंचकर सभी समस्याओ के समाधान को जल्द ही दुरूस्त करा लेने का निर्देश दिया था बावजूद इसके सीएचसी प्रशासन द्वारा सामने व अंदर की दीवारों को आधी अधूरी रंगाई-पुताई तो अवश्य करा दी गई है किंतु फर्मासिस्ट भवनों सहित अंदर की नासूर हो चुकी समस्याओ के समाधान की दिशा में कोई विशेष पहल अबतक नहीं किया गया है।
जिससे समस्याएं बनी हुई हैं। साथ ही सीएचसी की दीवारें जस की तस बनी हुई है।
जिला अस्पताल के बाद जनपद के सबसे महत्वपूर्ण दूसरे अस्पताल रसड़ा सीएचसी की समस्याओ की बात करें तो वर्षों से एमडी,सर्जन विशेषज्ञों की तैनाती नहीं हो सकी है ।
हालांकि विधानसभा में बार बार यहां की समस्याओं को उठाया गया था बावजूद आज तक नहीं
वहीं मरीजों को समुचित उपचार नहीं मिल पाने के कारण उन्हें मऊ, वाराणसी आदि शहरों को जाने को बाध्य होना पड़ता है। इस सीएचसी पर प्रतिदिन हजारों मरीजों की तादात के परिप्रेक्षय में सुविधाएं नामात्र ही साबित होती हैं। 30 बेड वाले इस सीएचसी में दुर्घटनाओ में घायल लोगों व अन्य रोगों से पीड़ित गंभीर मरीजों को तत्काल रेफर के कागजात तुरंत ही तैयार कर दिए जाते हैं।
इस सीएसची की नासूर हो चुकी समस्याओ के समाधान के लिए वर्तमान सरकार के प्रभारी मंत्री सहित क्षेत्रीय विधायक उमाशंकर सिंह व आदर्श नगर पालिका परिषद के कार्यवाहक अध्यक्ष वशिष्ट नारायण सोनी द्वारा कई बार आश्वासन दिया गया किंतु अभी तक इसका असर धरातल पर देखने को नहीं मिला। सीएचसी परिसर में लगा आरो काफी दिनों से बंद है साथ ही जल जमाव की विकट समस्या के समाधान की दिशा में आज तक विभाग व नगर पालिका प्रशासन द्वारा कोई पहल नहीं किया जाना यह संदेश अखबारों तक ही सीमित रह गया है।
धरातल पर सबका साथ,सबका विकास उदाहरण बताने के लिए काफी है।
हालांकि इस संबंध में दोपहर दो बजकर 43मिनट पर संवाददाता द्रारा मुख्यचिकित्साधिकारी तन्मय कक्कड़ को बार बार फोन मिलाया मगर हुजुर फोन उठाने की जहमत नहीं उठाए।