रिपोर्ट: बृजेश सिंह
 
अंबेडकरनगर के आलापुर तहसील में राशन कार्ड बनवाने के लिए जरूरतमंद दर दर भटकने को मजबूर हैं। विभागीय अधिकारी चाहकर भी राशन कार्ड नहीं बना पा रहे है। समस्या यह है कि सरकार द्वारा दिया गया लक्ष्य पूरा हो गया है, इस वजह से नया नाम जोड़ना संभव नहीं है। यदि सरकार द्वारा लक्ष्य नहीं बढ़ाया जाता तो नया नाम जोड़ना संभव नहीं होगा। सप्लाई इंस्पेक्टर अमरदेव भास्कर के मुताबिक सरकार द्वारा निर्धारित लक्ष्य पूरा होने के बाद नए लोगों का राशन कार्ड नहीं बन पा रहा है।अपात्र लोगों का नाम हटाया जाने के बाद ही नया कार्ड या नई यूनिट जोड़ी जा सकती है। गौरतलब है कि अंबेडकर नगर जिला में गरीबों की संख्या अधिक है, यहां के लोगों का मुख्य व्यवसाय कृषि और मजदूरी है, सरकार द्वारा जो लक्ष्य निर्धारित किया गया है, वह शहरी क्षेत्रों के लिए शायद भले ही उपयुक्त हो, लेकिन अंबेडकरनगर जैसे ग्रामीण क्षेत्रों के लिए किसी भी तरह से उपयुक्त नहीं है। अंबेडकर नगर जिले में छोटे किसान हैं, और उनकी रोजी-रोटी का साधन भी कृषि ही है, उनके पास सुविधाएं कम है, नौकरी कम है, इसलिए सरकार द्वारा दी जा रही खाद्य योजना का वह लाभ उठाना चाहते हैं, लेकिन सरकार द्वारा दिया गया लक्ष्य उनके आड़े आ रहा है, अधिकारी चाह कर भी सहयोग नहीं कर पा रहे हैं। इसलिए स्थानीय लोगों की मांग है कि सरकार जल्द से जल्द लक्ष्मण है जिससे गरीब और वंचित लोगों को राशन कार्ड द्वारा खाद्य योजना का लाभ मिल सके।