श्याम सिंह

माहुल (आज़मगढ) स्थानीय नगर में दशहरा और दुर्गापूजा के परिपेक्ष्य में अहरौला पुलिस द्वारा पीस कमेटी की अभी तक बैठक न कराए जाने से पूजा पांडाल के आयोजकों में शांति और सुरक्षा पर पुलिस के प्रति संदेह उत्पन्न हो गया है। इस संबंध में इन समितियों के अध्यक्ष व भाजपा नेता सुजीत जायसवाल आंसू ने बैठक कर पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगाते हुए जिले के उच्चाधिकारियों से इसकी शिकायत की है। परंपरागत तरीके से 50 वर्षो से नवरात्र के छठवे दिन माहुल बाजार में 9 स्थानों पर पूजा पांडाल स्थापित कर दुर्गा जी की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा कर पूजा अर्चना की जाती है। इसी दिन से यहां का ऐतिहासिक रामलीला शुरू होता है, और पूर्णिमा को मेले के बाद स्थापित प्रतिमाओं का बिसर्जन किया जाता है। माहुल की संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस द्वारा हर वर्ष यहाँ पर पीस कमेटी की बैठक करायी जाती थी। जिसमें उपजिलाधिकारी फूलपुर, क्षेत्राधिकारी बुढ़नपुर के साथ ही साथ नगर पंचायत प्रशासन के लोग रहते थे। पूजा समितियों के संचालकों व रामलीला कमेटी के लोगो से रूबरू हो कर उनकी समस्याओं का उचित निराकरण भी कराते थे, पर इस वर्ष ऐसा नही हुआ। माहुल के बजाय इस वर्ष अहरौला थाने पर बैठक हुई जिसकी जानकारी तक समितियों को नही दी गई। पुलिस की इस कार्यप्रणाली से नाराज होकर पांडाल संचालकों द्वारा भाजपा नेता सुजीत जायसवाल आंसू के नेतृत्व में यहां के शिवा जी चौक पर एक बैठक की गई। जिसमें पुलिस के इस उदासीन रवैये पर रोष प्रगट किया गया। बैठक में सुजीत जायसवाल ने कहा कि 50 वर्षो में पहली बार इस प्रकार की उदासीनता दिखाई दे रहा है । बैठक में मोनू जायसवाल, महेंद्र मौर्य, जियालाल, संदीप, राहुल, अभिषेक, राममिलन अग्रहरी आदि रहे।