चितबड़ागांव (बलिया) चितबड़ागांव थाना क्षेत्र अन्तर्गत नसरतपुर गांव में शनिवार की भोर में तीन बजे तिलेश्वर राजभर के रिहायशी झोपड़ी के घर की कच्ची दीवार अचानक गिर गयी। उसमें सो रहे पति-पत्नी व उनके चार मासूम बच्चे मलबे में दबकर घायल हो गए। गांव वालों की मदद से सभी घायलों को सुबह छह बजे बाहर निकालकर स्थानीय सीएचसी पहुंचाया गया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद मां-बेटा की हालत चिंताजनक होने पर डाक्टरों ने सदर अस्पताल रेफर कर दिया।

गांव के 40 वर्षीय तिलेश्वर राजभर, उनकी पत्नी 35 वर्षीया रीता, 10 वर्षीय पुत्र कृष्णा, 5 वर्षीय पुत्री सोना व कुसुम तथा 3 वर्षीय पुत्र बजरंगी अपने रिहायशी झोपड़ी में सो रहे थे। गांव में बाढ़ का पानी बढ़ने से मिट्टी की दीवार नमी के कारण भोर में अचानक भरभराकर गिर गई। उसमें सो रहे सभी लोग मलबे में दब गए। उनके चिखने-चिल्लाने की आवाज सुनकर आसपास के पहुंचे लोगों ने सभी को मलबे से बाहर निकाला। गांव में बाढ़ की पानी से घायलों को अस्पताल ले जाने में कई घंटे देर हो गया। लिहाजा उनकी हालत गंभीर हो गई। सुबह छह बजे सीएचसी पहुंचने पर सभी घायलों का इलाज हुआ। इसमें रीता व कृष्णा की स्थिति गंभीर होने पर जिला अस्पताल भेज दिया गया।