राजेश सिंह
आजमगढ़ । अतरौलिया में डाक टिकट संग्रह दिवस के अवसर पर गत वर्ष की भांति इस वर्ष भी भारतीय डाक विभाग द्वारा 9 अक्टूबर से लेकर 16 अक्टूबर तक राष्ट्रीय डाक सप्ताह दिवस मनाया जा रहा है। इसी क्रम में बुधवार को डाक टिकट संग्रह दिवस व आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर भारत सरकार द्वारा स्वतंत्रता संग्राम सेनानी राजा जय लाल सिंह के जन्म स्थान बोडरा लक्षीरामपुर में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें ब्लाक प्रमुख चंद्रशेखर यादव मुख्य अतिथि व योगेंद्र मौर्य प्रवर अधीक्षक डाकघर द्वारा विशेष आवरण जारी किया गया । मंचासीन भाजपा नेता रमाकांत मिश्रा, सांसद प्रतिनिधि विजय कुमार बहुजन समाज पार्टी, मुख्य अतिथि चंद्रशेखर यादव, जय लाल सिंह के वंशज राजेंद्र प्रताप सिंह, प्रवर अधीक्षक डाक विभाग के द्वारा स्पेशल कबर का विमोचन किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि द्वारा राजा जय लाल सिंह के जीवन पर प्रकाश डाला गया । प्रमुख चंद्रशेखर यादव ने कहा कि समाजवादी सरकार में बने 100 शैय्या अस्पताल को राजा जय लाल सिंह के नाम करने का पूरा प्रयास किया जाएगा, तथा यहाँ एक विशालकाय मूर्ति लगाने के लिए शासन से अनुमति ली जाएगी। योगेंद्र मौर्या ने डाक विभाग की सेवाओं के बारे में प्रकाश डालते हुए कहा कि बेशक आज ईमेल व्हाट्सएप मोबाइल आदि संचार के आधुनिक साधन के रूप में सामने आए हैं, परंतु आज भी डाक विभाग और डाक टिकटों का औचित्य बना हुआ है, इतने आकर्षक और ध्यान पूर्वक होते हैं कि कई लोग इसे संग्रह करने का शौक बना लेते हैं । डाक टिकट हमारी राष्ट्रीय धरोहर एवं घटनाओं को याद करने, तथा अवसरों को उत्सव में मनाने का अवसर देता है । इस मौके पर रमाकांत मिश्रा ने कहा कि राजा जय लाल सिंह का जन्म 1803 ईसवी में हुआ था। 30 जून 1857 को लखनऊ से 6 मील दूर चिनहट नामक स्थान पर उन्होंने अंग्रेजों को हराकर पहली जीत हासिल की। इस मौके पर चंद्रजीत तिवारी, अशोक सिंह, भूपेंद्र सिंह, विशाल सिंह, विकास ऋषभ, प्रमोद निषाद, कन्हैया यादव, राजेश वर्मा, दिनेश कुमार यादव, शिवम सिंह, मनोज मौर्य, सूरज आदि लोग उपस्थित रहे।