वरूण सिंह
यूपी विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष व दीदारगंज आजमगढ़ से बहुजन समाज पार्टी के विधायक रहे सुखदेव राजभर का सोमवार को लखनऊ स्थित चंदन अस्पताल में इलाज के दौरान निधन हो गया वह कई बीमारियों से पीड़ित थे, उनके निधन पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, सपा मुखिया अखिलेश यादव, भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह समेत अनेक नेताओं ने दुख व्यक्त किया है, जारी एक शोक संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा कि सुखदेव राजभर एक वरिष्ठ जनप्रतिनिधि थे, संसदीय नियमों एवं परंपराओं की उन्हें गहरी जानकारी थी, राजभर निर्धन कमजोर वर्गो के उत्थान के लिए हमेशा प्रयत्नशील रहते थे, मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की शांति की कामना करते हुए सुखदेव राजभर के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश अखिलेश यादव ने ट्विटर के माध्यम से श्रद्धाजंलि व्यक्त करते हुए लिखा, यूपी विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष एवं वरिष्ठ राजनेता सुखदेव राजभर का निधन अपूरणीय क्षति है। शोक संतप्त परिवार के प्रति संवेदना, दिवंगत आत्मा को शांति दे भगवान, सामाजिक न्याय को समर्पित आप का राजनीतिक जीवन सदैव प्रेरणा देता रहेगा, विनम्र श्रद्धांजलि, प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने भी शोक व्यक्त किया है, बता दें कि सुखदेव लालगंज क्षेत्र से चार बार विधायक रहे, उन्होंने अपना पहला चुनाव साल 1991के विधानसभा चुनाव में भाजपा के नरेंद्र सिंह को 24 मतों से पराजित कर विधायक बने थे, 1993 में सपा-बसपा गठबंधन की सरकार में मंत्री बने, 1996 के चुनाव में भाजपा के नरेंद्र सिंह से पराजित हुए, पराजित होने के बाद विधान परिषद सदस्य चुन लिए गए, 2002 2007 के चुनाव में फिर से जीते थे, लालगंज विधानसभा सुरक्षित हो जाने पर 2012 में दीदारगंज विधान सभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा सपा के आदिल शेख से चुनाव हार गए, 2017 में फिर दीदारगंज से चुनाव लड़े जीत गए, सुखदेव राजभर मायावती, कल्याण सिंह मुलायम सिंह यादव की कैबिनेट में मंत्री भी रहे, प्रदेश की 11वीं, 12 वीं, 14 वीं, 15 वीं 17 वीं विधानसभा में विधायक रहे सुखदेव राजभर का जन्म 5 सितंबर 1951 को आजमगढ़ के बडगहन में हुआ था, बीएससी व एलएलबी की डिग्री प्राप्त सुखदेव राजभर ने अपने सफर की शुरुआत वकालत से की थी, एक पुत्र व पांच पुत्रियों के पिता सुखदव राजभर अनुसूचित जातियों, जनजातियों विमुक्त जातियां संबंधी समिति के सदस्य भी रहे ।