बलिया। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सख्त आदेशों की यहां खुलकर धज्जियां उड़ा रहे हैं जिले के आला अधिकारी। ताजा मामला बुधवार को नगर कोतवाली क्षेत्र स्थित मोहल्ला आवास विकास कॉलोनी में देखने को मिला है। यहां मौके पर छानबीन व जांच पड़ताल के क्रम में देखा गया है कि इस कॉलोनी में गड्ढे में है सड़क, या सड़क पर बने हैं बड़े बड़े गड्ढे। बरसात का गंदा एवं नाली तथा शौचालयों का बदबूदार पानी खुले सड़कों पर बह रहा है। कॉलोनीवासियों का जीना एवं सांस लेना दुश्वार हो गया है। इसी क्रम में बीते 1 सप्ताह से हरपुर पुरानी बस्ती स्थित कॉलोनी का बदबूदार पानी आवास विकास की नालियों में प्रवाहित करने से विवाद उत्पन्न हो गया। जांच पड़ताल करने सिविल लाइंस के चौकी प्रभारी कमलेश पाठक दल बल के साथ बुधवार को मौके पर पहुंचे। जहां हरपुर पुरानी बस्ती के लोगों सहित आवास विकास कॉलोनी की महिलाएं एवं पुरुष भी उपस्थित होकर गंदे पानी को कॉलोनी में बहाए जाने का विरोध करने लगी। बीच बचाव करते हुए सिविल लाइन के प्रभारी पाठक ने दोनों पक्षों को समझा-बुझाकर गुरुवार को नगर कोतवाली आने को कहा। पुलिस ने बताया कि अब इस विवाद का हल इंस्पेक्टर कोतवाली के समक्ष होगा। इधर आवास विकास कॉलोनी की महिलाओं में क्रमस: रेनू तिवारी, पुष्पा पांडेय, अनीता सिंह, एवं केसरी जी आदि लोगों का कहना है कि यहां जमीन रजिस्ट्री कराते समय कुल कीमत का 45 फिसदी विकास शुल्क भी लिया गया था। सुविधाओं के नाम पर नगर पालिका परिषद के चेयरमैन समाजसेवी अजय कुमार एवं ईओ दिनेश विश्वकर्मा के कान में जू भी नहीं रेंग हैं। जबकि यहां भाजपा के पूर्व सांसद भरत सिंह का भी आवास है। लोगों का आरोप है कि चेयरमैन फोन नहीं उठाते आवेदन देने पर कोई कार्रवाई नहीं करते। यहां कॉलोनी के वार्ड नं. 7 के सभासद पम्मी सिंह पत्नी विनोद सिंह है। पूछ-ताछ में कॉलोनी के लोगों ने बताया कि यहां न तो नाली है ना ही चलने के लिए गड्ढा मुक्त सड़क। प्रत्येक बरसात में घुटने भर पानी में घुसकर स्कूल कालेज एवं कोचिंग जाने वाले छात्र एवं छात्राएं विवश है।