बलिया बीएसए कार्यालय परिसर में आयोजित धरने में संघ के जिलाध्यक्ष जितेन्द्र सिंह ने कहा कि बेसिक शिक्षा अधिकारी और विभाग के एक डीसी शिक्षकों का अनावश्यक उत्पीड़न कर रहे हैं। पिछले दिनों रसड़ा में बैठक के दौरान बीएसए ने डीवीटी डाटा फीडिंग को लेकर शिक्षकों पर दबाव बनाया। इस पर वहां के शिक्षक प्रतिनिधि नमोनारायण सिंह ने समस्या बतायी तो तानाशाही रवैया अपनाते हुए उन्हें निलम्बित कर दिया गया। श्री सिंह ने कहा कि विभाग ने डीबीटी डाटा फीडिंग के लिए न तो कम्प्यूटर, लैपटाप, मोबाइल दिया गया और न ही शिक्षकों को कोई प्रशिक्षण दिया गया। इसके बावजूद शिक्षक अपनी क्षमता के अनुसार काम कर रहे है, लेकिन बीएसए तानाशाही रवैया अपना कर कार्रवाई कर रहे हैं। शिक्षक आईटी एक्सपर्ट तो हैं नहीं कि डीवीटी का कार्य तुरन्त पूरा कर लें। बहुत से शिक्षक तो एंड्रॉयड फोन भी चलाना नहीं जानते हैं। जिलाध्यक्ष ने चेतावनी दी कि अगर संघ की मांगें नहीं मानी गई तो आंदोलन को और तेज किया जायेगा। इस दौरान राज्य कर्चारी संयुक्त परिषद की अध्यक्षा सत्या सिंह, नमोनारायण सिंह, पंकज सिंह प्रभारी शिक्षा मित्र संघ, संजय कुंवर, संयुक्त परिषद के सुशील त्रिपाठी, राधेश्याम सिंह, वीरेन्द्र प्रताप यादव, अशोक यादव, सुशील कुमार, जितेन्द्र प्रताप सिंह, सुनील सिंह, अजय सिंह, तुषार कान्त राय, डा. राजेश पाण्डेय, सहसंयोजक अजय मिश्र, तेज प्रताप सिंह, ज्ञानेन्द्र प्रसाद गुप्ता, चन्दन सिंह, अनिल पाण्डेय, संजय दुबे, शशिकान्त ओझा, सैफ्फूद्दीन अंसारी, संतोष तिवारी, ओम प्रकाश, अवधेश प्रसाद, उदय नारायण राम, विनोद कुमार, सतीश चन्द्र वर्मा और टुन टुन प्रसाद आदि ने सम्बोधित किया। अध्यक्षीय उद्बोधन में जिला संयोजक जितेन्द्र सिंह ने कहा कि 22 को भी धरना जारी रहेगा, जिसमें प्रत्येक शिक्षा क्षेत्र से 50-50 शिक्षक धरना में आयेंगे। धरना सभा का संचालन करुणानिधि तिवारी ने किया।
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