बलिया । सोमवार को अखिल भारतीय सुरक्षा समिति के जिलाध्यक्ष शैलेश सिंह के नेतृत्व में दर्जनों पत्रकारों ने मुख्यमंत्री को सम्बोधित अपने 9 सूत्रीय मांगपत्र का ज्ञापन सौंपा । मांगपत्र में कहा गया है कि राज्य में पत्रकार उत्पीड़न की घटनाओं में लगातार वृद्धि हो रही है। पत्रकारों की सुरक्षा के लिए कोई सरकार द्वारा अभी तक कोई कानून भी नहीं बनाया गया है । राज्य में पत्रकार सुरक्षा कानून लागू किया जाना अति आवश्यक है ।पत्रकारों पर दर्ज फर्जी मुकदमे वापस लिए जाएं।
पत्रकारों पर मुकदमा लिखे जाने से पहले मंडला आयुक्त से अनुमति दिया जाना अनिवार्य किया जाए।
बिजनौर जिले के नजीबाबाद थाने की पुलिस का पत्रकारों के प्रति नजरिया ठीक नहीं चल रहा है, एक मनगढ़ंत कहानी के तहत पत्रकार हासिम अहमद पर मुकदमा लिख दिया गया है जबकि आम जनता और पुलिस के अन्य लोग भी वास्तविकता से वाकिफ हैं। यही नही नजीबाबाद पुलिस द्वारा ही एक अन्य पत्रकार शराफत सैफी पर जुआरियों का वीडियो बनाते समय पैसा मांगने का आरोप लगा कर जेल भेज दिया गया।
बिजनौर जनपद में ही शेर कोट और स्योहारा में पुलिस द्वारा पत्रकार उत्पीड़न किया गया है
नजीबाबाद (बिजनौर) थाना प्रभारी द्वारा पत्रकारों से आए दिन दुर्व्यवहार किया जाता है इसलिए संगठन इन के स्थानांतरण की मांग करते हुए इनके क्रियाकलापों की जांच कर कार्रवाई की भी मांग करता है।
मुख्यमंत्री को ज्ञापित पत्रक में प्रदेश भर के पत्रकारों का आयुष्मान कार्ड बनाये जाने की मांग करते हुए कहा गया है कि राज्य में पत्रकारों का टोल टैक्स फ्री किया जाए , क्योंकि समाचार संकलन करने हेतु पत्रकारों को आना-जाना पड़ता है । संगठन ने प्रदेश के मुख्यमंत्री से
प्रत्येक जिला मुख्यालयों पर एक प्रेस क्लब भवन का भी निर्माण कराये जाने की अपील की है ।
पत्रक देने वालों में प्रमुख रूप से शैलेश सिंह, दिनेश गुप्ता, जितेन्द्र सिंह (बिकास जी), लवकुश सिंह, अखिलेश पाठक, शकील खान, विक्की गुप्ता, ओमप्रकाश सिंह,अतुल तिवारी, आर0एन0 सिंह,भानुप्रताप सिंह, सुनील पाण्डेय तथा बिरेन्द्र मोहन तिवारी आदि प्रमुख रूप से शामिल रहे ।