कॉल डिटेल के आधार पर पिता ने किया था तीन के विरुद्ध मुकदमा की अपील।
युवती के घर मिला मृत युवक का ईयर फोन और चप्पल-पिता ने पहचान कर की थी पुष्टि।
प्रथम दृष्टया लाश जिस पटरी पर मिली अभी निर्माणाधीन है उस पर ट्रेन का आवागमन नहीं।
चितबड़ागांव, बलिया। स्थानीय थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत नगवा गाईं निवासी मंगला यादव 52 वर्ष पुत्र स्वर्गीय खेदन यादव जिनका पुत्र मोहित कुमार गत 18 सितंबर की सुबह रेलवे लाइन पर कटा हुआ पाया गया था और जिसे पुलिस ने ट्रेन से हुई दुर्घटना का करार दिया था। कोर्ट के आदेशानुसार तीन व्यक्तियों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करके पुलिस ने घटना की सूचना जांच शुरु कर दिया।
मृत मोहित कुमार के पिता मंगला यादव के शिकायती पत्र पर कोर्ट के आदेश अनुसार कुमारी जागृति पुत्री नित्यानंद तिवारी, रितिक तिवारी पुत्र नित्यानंद तिवारी, निवासी फिरोजपुर कस्बा चितबड़ागांव एवं राजू पुत्र शिवजी निवासी फिरोजपुर चितबड़ागांव के विरुद्ध स्थानीय थाने में प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस जांच में जुट गई। पुलिस ने घटना के 2 दिन बाद युवक के मोबाइल कॉल डिटेल से अंतिम फोन जो जागृति तिवारी 20 वर्ष पुत्री नित्यानंद तिवारी द्वारा किया गया था, उसके घर पहुंच कर मोहित यादव का चप्पल और ईयर फोन बरामद किया जिसे मंगला यादव ने अपने पुत्र मोहित का होने की पुष्टि की थी, फिर भी पुलिस द्वारा कोई कार्यवाही न होते देखकर मंगला यादव ने सीजेएम बलिया के पास 156 (3) के अंतर्गत कुमारी जागृति तिवारी 20 वर्ष पुत्री नित्यानंद तिवारी, रितिक तिवारी 22 वर्ष पुत्र नित्यानंद तिवारी ना राजू निवासी गण चितबड़ागांव के ऊपर मुकदमा करने की अपील की थी। मंगला यादव के शिकायत पर सीजेएम बलिया ने 156 (3) के तहत पुलिस को मिले साक्ष्यों के आधार पर विवेचना करने को निर्देशित किया है।
गौरतलब है कि 18 सितंबर को सुबह चितबड़ागांव रेलवे स्टेशन के पश्चिमी सिग्नल से लगभग 50 मीटर दूरी पर दक्षिणी रेलवे लाइन की पटरी पर मिला था जो कि निर्माणाधीन है।पुलिस ने लाश को अज्ञात के रूप में बलिया पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था लेकिन तत्काल ही लोगों से सूचना पाकर नगवां गाईं निवासी मृत युवक के पिता मंगला यादव ग्राम प्रधान कमलदेव यादव के साथ थाने पहुंचे जिन्हें पुलिस ने बलिया शिनाख्त के लिए भेज दिया। बलिया शिनाख्त करने के पश्चात युवक के पिता मंगला यादव ने लिखित तहरीर दी है कि मेरा पुत्र मोहित यादव 17 सितंबर को विश्वकर्मा पूजा में चितबड़ागांव गया था और वहां से लौटकर वापस घर रात 9:00 बजे पहुंचा। भोजन करने के पश्चात रात के 11:00 बजे तक उसको मोबाइल चलाते घर पर ही देखा गया था फिर अचानक किसी आप फोन आने पर वह घर से निकला और अगले दिन 18 सितंबर की सुबह रेल पटरी पर उसकी लाश मिली है। मेरे पुत्र की हत्या की गई है। लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट पाकर भी पुलिस द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई थी।