जागरूकता अभियान दिखाकर कह दिया ”ऑल इज वेल”
बलिया। समय जिला चिकित्सालय में डेंगू मरीजों की भरमार है ।भर्ती के लिए बेड नहीं है पर मोटरसाइकिलों के लिए जगह ही जगह है चाहे वह इमरजेंसी रूम हो लावी हो या पोस्ट कोविड-19 वार्ड में जाने वाली सीढ़ियों के पास।तमाम सफाई कर्मचारी होने के बावजूद मरीजों व उनके परिजनों के लिए बने शौचालय की साफ-सफाई भी भगवान भरोसे है। सबसे महत्वपूर्ण हो जाता है बच्चा वार्ड के शौचालयों का जिसमें गंदगी ही गंदगी है पानी जमा होने से मच्छरों का प्रकोप भी बढ़ गया है ।जिससे स्वस्थ होने के लिए भर्ती होने वाले मरीज व उनकी देखभाल करने वाले परिजन हरदम सशंकित रहते हैं कि पुनः मरीज को या उनके तीमारदार को कोई संक्रमण ना हो जाए उत्तर प्रदेश सरकार व भारत सरकार के निर्देशानुसार कई चरणों में संचारी रोग नियंत्रण के लिए जागरूकता अभियान भी चलाया गया लगभग 15 विभागों को भी इसमें कड़ाई से पालन करने के निर्देश दिए गए परंतु जनप्रतिनिधि हो या अधिकारी सब अपने वातानुकूलित कक्ष में बैठकर ही कोरम पूरा करते दिखे। धरातल पर कोई काम नहीं किया गया और कागजों पर छिड़काव साफ सफाई जागरूकता अभियान दिखाकर कह दिया गया “ऑल इज वेल”आम जनता कहां जाए प्राइवेट नर्सिंग होम में जाने पर जेब खाली हो जाता है। प्राइवेट पैथोलॉजी में जाने पाकेट ही मार लिया जाता है।आखिर आम जनता कब तक सहे इस तरह की व्यवस्था सब मौन है। सरकार मौन जिला प्रशासन मौन स्वास्थ विभाग मौन नगर पालिका मौन है आखिर कब तक। स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारियों से बात करने पर यही कहा जाता है कि संज्ञान में नहीं था अब देखेंगे परंतु समस्याएं वही की वही खड़ी दिखती हैं।