लालगंज, आजमगढ़। स्थानीय जिले से होकर वाराणसी जाने वाले नेशनल हाईवे 233 पर गोमती नदी पर चन्दवक में बना पुल क्षतिग्रस्त होने से पुल के दोनो तरफ दस फीट ऊंचाई पर मोटा- मोटा लोहे का गाटर लगाकर भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा परिवहन विभाग की बसो से लेकर प्राइवेट बसो के आवागमन पर रोक लगा दिया गया है। रोक लग जाने से आजमगढ़ से वाराणसी जाने वाले यात्रियों को काफी परेशानी के साथ-साथ अधिक किराया देना पड रहा है। जिले से होकर वाराणसी जाने वाली पैसेंजरो को 113 रुपया में वाराणसी पहुंचाया जाता था। चन्दवक का पुल क्षतिग्रस्त होने के कारण बसों का रूट मोडैला, थानागद्दी, केराकत, खुज्झी, डोभी (कर्रा) बजरंगनगर, मुर्खा, कंजहित, चेवार होकर देवगांव आजमगढ का भाडा बढाकर 138 रुपया कर दिया गया था। सरकर ने परिवहन विभाग का भाडा बढा दिया जिसके बाद से वाराणसी का भाड़ा 168 रुपया वसूला जा रहा है। जिससे आजमगढ़ से वाराणसी जाने वाले मरीजों सहित अन्य दिल्ली बम्बई, कलकत्ता जाने वाले यात्रियों सहित गरीब जनता को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यात्री जेपी सिंह, मनोज कुमार, संजय सिंह, राजनाथ यादव, भोला, सुख नन्दन सहित कई अन्य ने बताया कि भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की मनमानी से यात्री परेशान है। चोलापुर बाजार ओवर ब्रीज के दक्षिण नेशनल हाइवे 233 के बीच मे भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा बोर्ड पर लिखा है कि आगे सेतु क्षतिग्रस्त है बीस टन व दस फीट उचाई के ही वाहनो को चलने की अनुमति है। जेपी सिंह ने बताया कि परिवहन विभाग सहित प्राइवेट बसो का वजन मात्र सात से आठ टन के लगभग होता है। वाराणसी व जौनपुर जिला प्रशासन ध्यान दे तो आपका हजारों लीटर डीजल व जनता की गाढ़ी कमाई को बचाया जा सकता है। वही बसो के चालक-परिचालक मनमाने रोड से गाडी चला रहे है। मोडैला से थानागद्दी, केराकत, सर्की, देवगांव सहित अन्य मार्गो को पर अत्यधिक वाहनों के आने जाने से उक्त मार्गों में जगह जगह गढ्ढा हो गया है। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण व जौनपुर जिला प्रशासन अगर थोड़ा सा प्रयास करे तो उक्त पुल से बीस टन से कम के बसों का संचालन करा कर रोज हजारों लीटर डीजल बचा कर यात्रियों को किराए में राहत दिलाने का काम कर सकता है।
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