(केराकत) जौनपुर। केराकत तहसील क्षेत्र में सड़क के बाधित होने से दुर्घटना बढ़ गई है, अगर सांसद, विधायक, एमएलसी ने इसका जल्द से जल्द फैसला जमीन पर नेशनल हाईवे के अधिकारियों को लेकर बैठक नहीं किया, तो 24 मार्च से क्षेत्र में सभी जनप्रतिनिधियों का पोस्टर लगाकर उसके ऊपर काला झंडा ट्रैक्टर, ट्रॉली, ऑटो टेंपो, बस,साइकिल पर बांधकर क्षेत्र की जनता विरोध करने को बाध्य होगी, उक्त बाते किसान महापंचायत में किसानो को संबोधित करते हुए समाजसेवी अजीत सिंह ने कही।उन्होंने कहा कि 2012 से यह सड़क का मामला लंबित है, यह सड़क बनने का नाम नहीं ले रहा है, नेशनल हाईवे ने हाईकोर्ट में किसानों के ऊपर केस किया है, जिसकी वजह से न्यायालय की तरफ से किसानो को नोटिस दिया जा रहा है, लेकिन डोभी क्षेत्र के किसान गरीब है, कोर्ट की डेट वाले दिन शायद ही कोई किसान वहां पहुंच सके, सरकार जहां किसानों को सम्मान करने के लिए प्रधानमंत्री किसान योजना में रखी हुई है, वही नेशनल हाईवे किसानों को कोर्ट से नोटिस देकर उनके कोर्ट कचहरी के धक्के खिलाना चाह रही हैं, उन्होंने ने कहा कि किसानो को आये 3350 नोटिस में लगभग 1100 लोग मृतक है। जबकि देश के प्रधानमंत्री और प्रदेश के मुख्यमंत्री के चुनावी क्षेत्र वाराणसी व गोरखपुर को जोड़ने वाली एन एच 233 सड़क को नेशनल हाईवे ने बाधित किया है, नेशनल हाईवे के अधिकारियों के द्वारा खुद केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की छवि को भी नेशनल हाईवे धूमिल कर रही है किसान जमीन का मालिक है जमीन का फैसला जमीन पर करना चाहता है कोर्ट कचहरी का धक्के खाकर नहीं करना चाहता है नाही नेशनल हाईवे के प्रतिनिधि यहां आ रहे हैं ना ही जनता के चुने हुए प्रतिनिधि किसानों का हाल चाल लेने आ रहे हैं । दोपहर बारह बजे ऋषिकुल पब्लिक स्कूल के परिसर में किसान महापंचायत सूर्यनाथ सिंह की अध्यक्षता में आयोजित की गई, जिसमे सर्वसम्मत से अजीत सिंह के सर पर पगड़ी बांध हाथो में हल देकर अपना किसान नेता मनोनित किया। इसके दौरान मंच पर आसीन सभी वक्ताओं ने किसान के मुद्दे को लेकर अपनी बात रखी। कार्यक्रम से पैदल मार्च कर गांधी पार्क पहुंच महात्मा गांधी के प्रतिमा पर माल्यार्पण कर भारत माता की जय के साथ किसानो एकता जिंदाबाद के नारों के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया। इस अवसर पर मनीष सिंह, डॉ अवनीश सिंह, सुजीत सिंह, मोहन सिंह, सतीश सिंह, अरविंद पाण्डेय, राजीव सिंह, राजेंद्र सिंह, राधेश्याम यादव, रामेश्वर सिंह, ठाकुर प्रसाद, कक्कू सिंह समेत पंचायत में भारी संख्या में किसान मौजूद रहे