रिपोर्ट, वरुण सिंह 

आजमगढ़। पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य द्वारा अभियुक्त कलीम पुत्र स्व0 इस्लाम निवासी शाहपुर नेवादा, थाना जीयनपुर, जो वर्तमान समय में जनपद में एक संगठित गैंग बनाकर व स्वयं गैंग का लीडर बनकर आर्थिक, भौतिक व दुनियाबी लाभ के लिए गोवध जैसे अपराध करता रहा है। इनकी गतिविधियों पर प्रभावी अंकशु लगाये जाने हेतु गैंग को जनपद स्तर पर “सूचीबद्ध” (गोवध गैंग) किया गया है। इसका कोड नं0- “डी- 120”* होगा। जिसका सदस्य एकलाख पुत्र नेयाज, निवासी बरामदपुर, थाना जहानागंज हैं । इसके अलावा अधीक्षक अनुराग आर्य ने रफीक पुत्र फारूख निवासी छिही, थाना बिलरियागंज, जो वर्तमान समय में जनपद में एक संगठित गैंग बनाकर व स्वयं गैंग का लीडर बनकर आर्थिक, भौतिक व दुनियाबी लाभ के लिए गोवध जैसे अपराध कर रहा है। इनकी गतिविधियों पर प्रभावी अंकशु लगाये जाने हेतु गैंग को जनपद स्तर पर “सूचीबद्ध” (गोवध गैंग) किया गया है। इसका कोड नं0- “डी- 121” होगा। जिसके सदस्य निम्नवत है, अब्दुल रहमान पुत्र शमशाद अहमद निवासी नसीरपुर, थाना बिलरियागंज, कहरू राम पुत्र स्व0 मताऊ राम निवासी हारीपुर थाना बिलरियागंज, जनपद आजमगढ़ शामिल हैं।