अतरौलिया, आजमगढ़। बिजली कर्मियों के हड़ताल के चलते सरकार द्वारा की गई सारी वैकल्पिक व्यवस्थाएं फेल नजर आने लगी। स्थानीय नगर पंचायत समेत ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की आपूर्ति बीते 60 घंटों से बंद होने के चलते जनता पूरी तरह से त्रस्त हो गई है। नगर पंचायत एवं ग्रामीण क्षेत्रों में लोग जनरेटर चलाकर किसी तरीके से पानी की व्यवस्था एवं मोबाइल चार्ज करने की व्यवस्था करा रहे हैं,वही बीती रात में अतरौलिया नगर पंचायत के दुकानदारों ने बड़ी संख्या में बिजली विभाग के खिलाफ नारेबाजी व प्रदर्शन करते हुए केशरी सिंह चौराहे पर लगभग एक घंटा जाम लगाया था, लेकिन प्रशासन द्वारा लोगो को आश्वासन देने के अलावा कुछ भी नहीं किया गया। उप जिलाधिकारी बुढ़नपुर का दावा रहा की आउटसोर्सिंग कंपनियों के कुछ रिजर्व कर्मचारियों एवं अन्य लोगों के सहयोग से अतरौलिया में विद्युत की आपूर्ति शीघ्र ही चालू कराई जाएगी,लेकिन इसका कोई असर नही हुआ और बिजली पानी के लिए लोग बिलबिलाते रहे। उप जिलाधिकारी बुढ़नपुर के लाख प्रयास के बाद भी एक मिनट के लिए विद्युत की आपूर्ति बहाल नहीं करायी जा सकी। जिसको लेकर नगर पंचायत एवं ग्रामीण क्षेत्र की जनता में भारी आक्रोश है। लोगों ने बताया कि पिछले कुछ दिनों पहले भी बिजली विभाग के कर्मचारियों ने हड़ताल किया था तब भी यही स्थिति बनी थी तो बिजली विभाग के हड़ताल के पहले अगर सरकार और प्रशासन तैयारी कर लेते तो इतनी बदतर स्थिति नहीं होती। अतरौलिया उपकेंद्र के बिजली विभाग के कर्मियों द्वारा जगह-जगह तारो को आपस में बांधकर विद्युत की आपूर्ति बाधित करने के लिए हड़ताल के 10 घंटा पहले ही तैयारी कर ली गई थी लेकिन इसकी भनक स्थानीय प्रशासन एवं पुलिस को नहीं लगी। जबकि पिछली बार हुए हड़ताल में भी इस तरीके की घटना घटी थी,जिसके चलते लोग काफी परेशान हुए। विद्युत की आपूर्ति नहीं होने से अब लोगों का सरकार के प्रति भी गुस्सा जाहिर हो रहा। अतरौलिया उपकेंद्र के अधिकांश कर्मचारी/संविदा कर्मी भी गायब है। उप जिलाधिकारी बुढ़नपुर नवीन प्रसाद दोपहर से ही विद्युत उप केंद्र अतरौलिया पर मौजूद है तथा लगातार विद्युत व्यवस्था बहाल कराने की कोशिश में लगे हैं जिसके लिए बाहर से कई कर्मचारियों को विद्युत उपकेंद्र पर लाया गया है जो विद्युत व्यवस्था चालू कराने में लगे हुए हैं। विद्युत कर्मी/संविदा कर्मी की लापरवाही व अपने दायित्वों का निर्वहन न करने तथा कार्य में बाधा उत्पन्न करने दोषी कर्मचारियों को उप जिलाधिकारी द्वारा 13 कर्मचारियों के ऊपर कानूनी कार्यवाही करा दी गयी है।