बुलंदशहर। आजाद पब्लिक स्कूल में डॉ. एस राधाकृष्णन को उनकी 48वीं पुण्यतिथि पर याद करते हुए श्रद्धांजलि दी। डॉ. राधाकृष्णन एक महान विचारक और लेखक थे। उन्होंने विभिन्न तरीकों से शिक्षा को प्रोत्साहित किया। अध्यापन पेशा उनका प्राथमिक प्रेम था और उनके अधीन अध्ययन करने वाले आज भी एक शिक्षक के रूप में उनके महान गुणों को आभार के साथ याद करते हैं। उन्होंने कहा, शिक्षा अकादमिक और पेशेवर से परे ज्ञान प्राप्त करना है। उन्होंने महसूस किया कि शिक्षा न तो किताबी शिक्षा होनी चाहिए, न ही तथ्यों और आंकड़ों को याद रखना, जीवन से असंबंधित जानकारी के साथ दिमाग को भरना। यह दूसरों के विचारों को रटना और नौकरियों के लिए डिप्लोमा और डिग्री प्राप्त करने के लिए परीक्षाओं में प्रस्तुत करना भी नहीं है। अपनी तमाम उपलब्धियों और योगदानों के बावजूद, डॉ. राधाकृष्णन जीवन भर एक शिक्षक बने रहे। उनका मानना था कि सच्चे शिक्षक वे हैं जो हमें अपने बारे में सोचने में मदद करते हैं, इसलिए उन्हें देश का सबसे अच्छा दिमाग होना चाहिए। और इस सच्चे शिक्षक को 17 अप्रैल 2023 को विद्यालय के अध्यक्ष श्री वसिक आजाद, विद्यालय के अध्यक्ष श्री शारिक आजाद और विद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ नितेश कुमार सिंह द्वारा श्रद्धांजलि दी गयी।