महराजगंज, आजमगढ़। बदलते राजनितिक परिवेश मे भारत की सामाजिक व सांस्कृतिक संरचना आज भी बड़े गर्व से अपना सीना तने खड़ा नज़र आता है और गंगा-यमुनी तहजीब की यह भावना लोगों मे भाईचारे का जीवंत बीज बो जाती है जो भारत को अखंड व शक्तिशाली बना देती है द्ययह कहना तब और भी जरुरी हो जाता है ज़ब रमजान के मुकद्दस महीने मे ईद की पूर्व संध्या पर हिन्दू मुस्लिम एकता की झलक इफ्तार की दावतों का सिलसिला जोरों पर दिखने लगे। इसी क्रम में महराजगंज ब्लाक के जुदाखुर्द गांव के प्रधान सुशील राय ने ईद की पूर्व संध्या पर अपने ग्राम सभा के रोजेदारों को दावत ए इफ्तार पर गांव के मदरसे पर आमंत्रित किया और रोजा खुलवाया। जिसमें सैकड़ों लोगों ने खजूर, फल व शरबत से रोजा खोल कर अल्लाह का शुक्रिया किया और मुल्क में अमन चैन की दुआ मांगी। सैकड़ों रोजेदारों और हिन्दू व्यवस्थापकों की मौजूदगी मे गंगा जमुनी तहजीब जैसा मंजर दिखा। सभी रोजेदार अल्लाह से देश में अमन चैन की दुआ मांगी। ऐसा माना जाता है कि इफ्तार के समय जो भी नेक दुआ मांगी जाती है वह जरूर कबूल होती है। मुस्लिम धर्म गुरुओं का मानना है कि रोजा रखने से सभी का स्वास्थ्य सही रहता है और रोजेदारों को सत्तर गुना सवाब मिलता है।
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