रिपोर्ट, वरुण सिंह 
मऊ । शुक्रवार को पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव व शिवपाल यादव के करीबी सपा नेता व पूर्व प्रमुख विद्युत यादव के खिलाफ जिलाधिकारी ने गुंडा एक्ट में कार्रवाई की है, इसके बाद पुलिस ने ढोल नगाड़ों के साथ जिले से बाहर निकाला दिया, और चेतावनी दी कि 6 माह तक अगर जनपद में दिखाई दे दिए तो खैर नहीं है, पुलिस का तेवर देख पूर्व प्रमुख विद्युत यादव जिला छोड़ने में ही अपनी भलाई समझी, बता दें कि, सपा नेता और बढ़राव के पूर्व ब्लॉक प्रमुख विद्युत यादव के खिलाफ 24 घंटे पहले जिलाधिकारी मऊ ने गुंडा एक्ट में कार्रवाई करते हुए जिला बदर किया है, बताया गया है कि कुछ दिनों पहले जिला पंचायत सदस्यों ने विद्युत यादव के समर्थन में जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा था, उधर, जिलाधिकारी कार्यालय की ओर से आए आदेश के बाद पुलिस भी हरकत में आ गई, मऊ पुलिस उनके घर पहुंची, और ढोल नगाड़ों के साथ उन्हें पकड़ कर पुलिस की गाड़ी में बैठा कर जिले की सीमा पर ले गए, इस दौरान पुलिस अधिकारियों ने चेतावनी दी कि भाग जाओ, अगर 6 महीने से पहले दिख गए तो तुम्हारी खैर नहीं है, जैसे ही विद्युत यादव मऊ जनपद की सीमा से बाहर जाने लगे तो फिर से ढोल नगाड़े बजाए गए, रिपोर्ट के मुताबिक कभी विद्युत यादव की जिले में तूती बोलती थी, उनके खिलाफ करीब 6 मुकदमे दर्ज हैं, जिनमें वह जमानत पर बाहर हैं, लेकिन अब जिला प्रशासन और पुलिस ने उनके रसूख को दरकिनार करते हुए जिलाबदर की कार्रवाई की है।