अतरौलिया, आजमगढ़। नगर निकाय का चुनाव 11 मई को होना है। समय नजदीक आते देख सभी प्रत्याशियों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। सपा भाजपा अपनी-अपनी जीत का दावा पक्का कर रहे हैं तो वही निर्दल प्रत्याशी भी चुनावी मैदान में ताल ठोक रहे हैं। बता दें कि अतरौलिया नगर पंचायत में सपा से सुभाष चंद जायसवाल, भाजपा से धर्मेंद्र निषाद, बसपा से राजेन्द्र निषाद तो वही टिकट ना मिलने से भाजपा के बागी हुए निर्दल प्रत्याशी दिनेश मध्येसिया, विवेक जायसवाल ने भी अपनी पूरी ताकत चुनाव जीतने के लिए झोंक दी है। ज्ञात हो कि 29 फरवरी 1860 को नगर पंचायत अतरौलिया का गठन हुआ, तत्पश्चात पहली बार 1971 में पन्नू सिंह उर्फ वीरेंद्र सिंह को हराकर दमड़ी लाल ने चुनाव जीतकर कब्ज़ा किया। 1976 से1989 तक प्रशासकीय व्यवस्था रही। 1989 से 1995 तक नगर अध्यक्ष केशरी सिंह रहे। 1995 से 2001 तक रामचन्द्र जायसवाल इस सीट पर काबिज़ रहे। 2001 से 2006 तक सुभाष चंद्र जायसवाल नगर अध्यक्ष रहे पुनः दोबारा 2006 से 2012 तक सपा का कब्ज़ा रहा और सुभाष चंद्र जायसवाल ने जीत दर्ज किया। 2012 से 2017 तक सावित्री देवी पत्नी सुभाष चंद्र जायसवाल तथा पुनः 2017 से 2023 तक इस सीट पर कभी किसी अन्य पार्टी ने अपना कब्जा नही जमाया, लगातार यहां से सपा प्रत्याशी सुभाष चंद जायसवाल ने अपनी जीत दर्ज की। नगर पंचायत में कुल 11 वार्ड है तथा 8563 मतदाता है जिनपर सभी प्रत्याशी अपना विश्वास जाता रहे। सपा भाजपा जहां अपनी जीत का दावा पक्का कर रही है वही निर्दल प्रत्याशी भी वोटरों को लुभाने में जुटे हुए हैं।