पूर्व मंत्री के अलावा अन्य अतिक्रमणकारियों में सुबास, गोपाल कृष्ण, विजय कृष्ण व पूर्णमासी आदि शामिल है, एडीएम प्रशासन अनिल कुमार मिश्रा ने कहा कि सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटवाने की कवायद की जा रही है
आजमगढ़ । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का अवैध कब्जा धारियों पर इस कदर दहशत व्याप्त है, कि वर्षों से करोड़ों रुपया की जमीन पर कब्जा किए कब्जा धारी प्रशासन के बुलडोजर आने से पहले ही खुद अपने ही बुलडोजर से अपने ही आशियाने को रात के अंधेरे में गिराने को मजबूर हो गए हैं, ऐसा ही उदाहरण आजमगढ़ शहर से सटे हाफिजपुर चौराहे पर करोड़ों की जमीन पर हुए अवैध कब्जा किए एक पूर्व मंत्री ने जहां वर्षों से अपना आशियाना बनाया था, उसे योगी मुख्यमंत्री सरकार की हनक से स्वयं रात के अंधेरे में बुलडोजर से अपना आशियाना गिरा दिया, सुबह जब लोगों की निगाह भारी-भरकम अवैध कब्जे वाले स्थान पर पड़ी तो आश्चर्यचकित हो गए, और धीरे-धीरे यह चर्चा पूरे जनपद में फैल गई, जानकारी के मुताबिक शहर के हाफिजपुर में पीडब्लूडी की लगभग दो हजार स्क्वायर मीटर जमीन पर हुए अतिक्रमण को चिन्हित किया, जिसमें पूर्व मंत्री व विधायक का अवैध कब्जा भी पाया गया, प्रशासन ने कुछ अतिक्रमणों को ढहवा दिया तो शेष को स्वयं हटाने का निर्देश अवैध कब्जेदारों को दिया है, जिसके लिए तीन दिन का समय भी निर्धारित किया गया है, एसडीम सदर ज्ञान चंद गुप्ता के अनुसार आजमगढ़-गोरखपुर मार्ग पर हाफिजपुर में पीडब्लूडी की तीन गाटे में लगभग 2000 स्क्वायर मीटर जमीन है, जिसे सड़क निर्माण के लिए अधिग्रहित किया गया था, अधिग्रहण के बाद भी उक्त जमीन पर खातेदारों के नाम 1975 से ही चले आ रहे थे, और उन्हीं खातेदारों का ही उस पर कब्जा भी था। जिसे अब दुरूस्त करा कर सड़क खाते में अंकित करा दिया गया है, उन्होंने बताया कि इस जमीन पर जिन लोगों का निर्माण पाया गया, उन्हें नोटिस जारी कर अतिक्रमण हटाने का निर्देश दिया गया था। इस जमीन में एक गाटे पर पूर्व मंत्री व सदर विधायक दुर्गा प्रसाद यादव का अतिक्रमण था। जिसे हटवा दिया गया है। अन्य अतिक्रमणकारियों को तीन दिन में अंदर स्वयं अतिक्रमण हटवाने का निर्देश दिया गया है। पूर्व मंत्री के अलावा अन्य अतिक्रमणकारियों में सुबास, गोपाल कृष्ण, विजय कृष्ण व पूर्णमासी आदि शामिल है, एडीएम प्रशासन अनिल कुमार मिश्रा ने कहा कि सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटवाने की कवायद की जा रही है। जिस जमीन से अतिक्रमण हटवाया गया वह पूर्व मंत्री का था, अन्य को स्वयं हटवाने का निर्देश दिया गया है। यदि वे स्वयं अतिक्रमण नहीं हटवाते है, तो प्रशासन हटवाएगा और उसका खर्च भी वसूल करेगा। पूर्व मंत्री ही नहीं चाहे कोई भी हो, जो भी अतिक्रमण करेगा उस पर कार्रवाई होगी।