रिपोर्ट, वरुण सिंह आजमगढ़ । सठियांव ब्लॉक के शाहगढ़ गांव में विकास कार्य तेजी से कर रहा है । यह कहने में कतई संकोच नहीं होगा कि महिला ग्राम प्रधान सरोज मौर्य की अगुवाई में शाहगढ़ विकास का गढ़ बनता जा रहा है, सरोज मौर्य अपने कुछ ही दिनों के कार्यकाल में जहां गांव की जनता का दिल अपने कार्यों की बदौलत जीत लिया है । वहीं गांव का विकास करने में भी कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही हैं, हां अलबत्ता कुछ पात्रों को आवास ना मिलने की कशिश उनकी जुबां पर बातचीत के दौरान आ ही जाती है, प्रधान सरोज मौर्य बातचीत के दौरान कहा कि हमारे गांव की जनता ठीक है, लेकिन इसके पहले जो ग्राम विकास अधिकारी गरिमा मिश्रा थी, उन्होंने विकास के प्रति हमारा कोई सहयोग नहीं किया,

 

अलबत्ता कुछ पात्रों का नाम आवास की सूची से काट दी, जिसके कारण हमारे गांव के पात्र करकट की मंडई में रहने को मजबूर हैं, बता दें कि ग्राम विकास अधिकारी गरिमा मिश्रा विहरोज ग्राम की भी सचिव रही और उसी ग्राम सभा में कुछ अनियमितता के कारण सस्पेंड भी हो चुकी है । बता दें कि सठियांव ब्लॉक का गांव शाहगढ़ की आबादी 5719 है, वही वोटरों की संख्या 4852 है, ग्राम प्रधान सरोज मौर्य ने नाली, इंटरलॉकिंग, प्राइमरी व जूनियर स्कूल का कायाकल्प के अलावा जगह-जगह सोख्ता बनवाया, वहीं समुदायिक के पास सोख्ता, प्लास्टिक बैग, 5 कचरा पात्र के अलावा बहुत से कार्य करावा और इस समय गांव में नाली इत्यादि का कार्य तेजी से चल रहा है ‌‌। 

पूर्व ग्राम विकास अधिकारी गरिमा मिश्रा के कारण पात्र को भी नहीं मिला आवास

शाहगढ़ की प्रधान सरोज मौर्य ने बहुत कोशिश किया कि गांव के अमरनाथ के अलावा जितने भी लोग आवाज से वंचित हैं, उन पात्रों को एक छत मुहैया करा सकें, लेकिन ग्राम विकास अधिकारी गरिमा मिश्रा ने पात्र लोगों को भी आवास दिलाना मुनासिब नहीं समझा, ग्राम प्रधान ने बताया कि हमने बहुत कोशिश किया कि जो लोग पात्र हैं उन लोगों को कटरैन की जगह सरकारी योजना के तहत आवास मुहैया हो जाए, लेकिन ग्राम विकास अधिकारी ने हमारी एक भी बात नहीं सुनी, जिसके कारण आज भी कुछ परिवार खुले आसमान में रहने को मजबूर हैं ।