मोती से सरेआम लिपट गई जानकी ,सजल नेत्रों से देखते रहे लोग।
रिपोर्ट पिंटू सिंह
(बलिया) रील लाइफ और रीयल लाइफ में यहीं अंतर होता है।
अक्सर हिन्दी फिल्मों में तीन घंटे में पति बिछड़ जाता है और इंटरनल बाद पति मिल जाता है ।
मगर रीयल लाइफ में सबकुछ अलग होता है।
शादी विवाह में अग्नि के सात फेरे लेने के बाद पति वचन देता है कि आज से हमारी अर्धांगिनी हुईं।
मगर सोशल मीडिया पर कुछ दिनों पहले ज्योति ने जो किया चर्चा का बिषय बना हुआ है।
अधिकांशतः लोग अपनी-अपनी धर्मपत्नी को प्रयागराज से घर बुला लिया।
रहीं सही कसर रसड़ा कोतवाली क्षेत्र के एक गांव मंजू ने कर डाला शोसल मीडिया में प्यार इस क़दर परवान चढ़ा कि मंजू भारत से पति बच्चों को छोड़कर पकिस्तान चलीं गईं हैं।
खैर ताजा मामला बलिया जनपद के कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत देवकली का है जो यह दिल को छू जाने वाला पूरा मामला. बताते चलें कि पति की मानसिक स्थिति अच्छी नहीं है. और वह किसी को पहचान भी नहीं पा रहे है. पत्नी ने पूरे भरोसे के साथ उन्हें पहचान लिया है.
बलिया जिले के शहर कोतवाली क्षेत्र अन्तर्गत देवकली निवासी मोतीचंद वर्मा उम्र 46 वर्षीय की शादी जानकी देवी से 2002 यानी 21 वर्ष पहले हुई. जिनके तीन पुत्र हुए. अचानक मानसिक स्थिति बिगड़ी और मोती चंद्र वर्मा घर से बाहर निकले. उसके बाद पता ही नहीं चला. धर्मपत्नी ने काफी खोजबीन की लेकिन कहीं पता नहीं चला फिर ज़िन्दगी तीनों बेटों को सहारा लेकर किसी तरह जीवन यापन करतीं रहीं
अचानक 10 वर्षों के बाद बलिया जिला अस्पताल में अपने बेटे का इलाज कराने आ रही थी. तभी रास्ते मे जख्मी रूप से फटे पुराने कपड़े पहने बड़ी दाढ़ी वाले एक अधेड़ पर नजर गई.
फिर वह अपने आप को रोक नहीं पाई और पति को पहचान लिया. और रोते बिलखते अपने पति को कभी गले लगाती तो कभी ईश्वर को याद करती रही.
10वर्षो बाद मिलन देख सभी लोगों के आंखों से सैलाब निकल पड़ा और देखते ही देखते यह खबर बलिया में जंगल की आग की तरह फैल गई।
हर कोई पति पत्नी का मिलन देख ईश्वर को धन्यवाद देता रहा
10 वर्षों के बाद पति-पत्नी का मिलन हर किसी के दिल को छू गया. इस दृश्य को देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ गई।