आजमगढ़ । पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य जहां अपराधियों पर लगातार करवाई कर रहे हैं, वही लापरवाह पुलिस कर्मियों को भी बख्शने के मूड में नहीं दिख रहे हैं, उनके द्वारा जहां रोजाना अपराधियों पर कार्रवाई हो रही है, वही जनपद की पुलिस की लापरवाही मिलने पर भी उस पुलिस का ट्रांसफर नहीं कर रहे हैं, बल्कि निलंबन के साथ ही साथ F.I.R. तक दर्ज करा कर पुलिसकर्मियों को यह संदेश देने का कार्य कर हैं, कि उनकी लापरवाही भी बर्दाश्त नहीं है, ऐसा ही एक ताजा उदाहरण कप्तानगंज थाने में देखने को मिला है, जब मोहर्रम के त्यौहार में कप्तानगंज थानाध्यक्ष व्यस्त थे, उसी दौरान एक पीड़िता न्याय की गुहार के लिए थाने पर आई, लेकिन ड्यूटी पर तैनात मुहर्रिर ने पीड़िता की बात तक नहीं सुना, ना ही अपने थानाध्यक्ष या अन्य बड़े अधिकारियों को इस घटना से अवगत कराया, जब इस बात की जानकारी पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य को हुई तो उन्होंने मुहर्रिर को निलंबित करते हुए उसके ऊपर मुकदमा दर्ज कराया, और जांच बैठाने का भी कार्य किया, पुलिस अधीक्षक की इस कार्यवाही से जहां अपराधियों में हड़कंप मचा हुआ है, वही लापरवाह पुलिसकर्मी भी दहशत में हैं, बता दें कि कप्तानगंज थाना क्षेत्र के ग्राम गौरा में आत्महत्या के प्रकरण में थाना कप्तानगंज पर परिजनों की तहरीर पर धारा 376डी,504,506,306 भादवि व ¾ पोक्सों अधिनियम के अन्तर्गत अभियुक्त आदर्श निषाद व नागेन्द्र निषाद के विरूद्ध पंजीकृत किया गया है। एक अभियुक्त को हिरासत में लेकर पुलिस द्वारा पूछताछ की जा रही है। इसी प्रकरण में थानाध्यक्ष कप्तानगंज की रिपोर्ट के आधार पर यह तथ्य प्रकाश में आया कि दिनांक- 29.07.2023 को रात्रि में लगभग 10.30 बजे मृतका के परिजनों द्वारा मौखिक रूप से थाना कप्तानंगज पर नियुक्त का0 मोहर्रिर राहुल कुमार को सूचना दी गयी थी, परन्तु का0 मोहर्रिर राहुल कुमार द्वारा चौकी प्रभारी व थाना प्रभारी को (जो तत्समय मोहर्रम जुलूस संबन्धी ड्यूटीरत थे) उपरोक्त घटना से अवगत नहीं कराया गया, और ना हीं शिकायतकर्ता से शिकायत लिखित में देने का अनुरोध किया गया। इस रिपोर्ट के आधार पर पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने तत्काल का0 मोहर्रिर राहुल कुमार को निलम्बित करते हुए थानाध्यक्ष कप्तानगंज को निर्देशित किया, कि का0 मोहर्रिर राहुल कुमार के विरूद्ध धारा 166A उपधारा C भादवि (लोक सेवक द्वारा महिला सम्बन्धी अपराध में दायित्वों का निर्वहन न करना) की एफआईआर पंजीकृत कर विधिक कार्यवाही सुनिश्चित करें।

वही प्रदेश सरकार ने रविवार की देर रात 14 आईपीएस अफसरों का ट्रांसफर कर दिया है, जिसमें कई जिले के पुलिस अधीक्षक भी शामिल हैं, देखें पूरी लिस्ट