वाराणसी के ज्ञानवापी स्थित सील वजूखाने को छोड़कर शेष अन्य हिस्से का सर्वे भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) की टीम कर रही है, ज्ञानवापी में एएसआई की टीम बिना मशीनों के प्रयोग से ही पूरे परिसर का नक्शा शीट पर उतारा है, उधर, मुस्लिम पक्ष की याचिका पर आज यानी शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी, ज्ञानवापी परिसर का वैज्ञानिक सर्वे जारी है, एएसआई की 64 सदस्यीय टीम के 34 लोग ज्ञानवापी में मौजूद हैं, करीब 15 दिन तक चलने वाले सर्वे से कई हकीकत सामने आ सकती है, जैसे विवादित स्थल की वास्तविकता क्या है? विवादित स्थल के नीचे जमीन में क्या सच दबा हुआ है? ज्ञानवापी में बने गुंबद कब बनाए गए? तीनों गुंबद कितने पुराने हैं? वहीं ज्ञानवापी में जुमे की नमाज के लिए नमाजी दोपहर एक बजे से आना शुरू करेंगे, लगभग डेढ़ बजे से नमाज शुरू होगी, दो बजे नमाज पढ़ कर नमाजी बाहर निकल जाएंगे, इस दौरान लगभग एक घंटे तक सर्वे का काम बंद रहेगा, बता दें कि एएसआई के विशेषज्ञों की टीम चरणबद्ध तरीके से जिला अदालत के आदेश का अनुपालन सुनिश्चित करेगी, जिला अदालत ने 11 बिंदुओं पर सर्वे करके रिपोर्ट देने का आदेश दिया था,  इलाहाबाद हाईकोर्ट की मुहर लगते ही एएसआई की टीम सक्रिय हो गई, सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं, वहीं डीएम व पुलिस आयुक्त मुथा अशोक जैन सुरक्षा व्यवस्थाओं का जायजा ले रहे हैं, ज्ञानवापी परिसर में एएसआई की टीम सर्वे टोपोग्राफी से ही शुरू करेगी, पहले चरण में दो से तीन दिन तक पूरे परिसर का नक्शा तैयार किया जाएगा, उसके भौगोलिक ढांचे को समझा जाएगा, पांचवें दिन से रडार व कार्बन डेटिंग तकनीक के जरिये ज्ञानवापी के इतिहास की जानकारी जुटाने की प्रक्रिया शुरू होगी, ज्ञानवापी परिसर का सर्वे दो सप्ताह में पूरा हो सकता है।