बच्चों और गर्भवती का टीकाकरण कराएं, जीवन खुशहाल बनाएं
बलिया ।जिला महिला अस्पताल के प्रसवोत्तर केंद्र से सोमवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. जयन्त कुमार एवं जिला महिला अस्पताल की मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (सीएमएस) डॉ सुमिता सिन्हा ने सघन मिशन इंद्रधनुष 5.0 का शुभारंभ किया।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. जयन्त कुमार एवं मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. सुमीता सिन्हा  ने  बच्चों को विटामिन ए सिरप पिलाते हुये उनके अभिभावकों को टीकाकरण के लिए  प्रोत्साहित किया।  सीएमओ डॉ. जयन्त कुमार ने बताया कि जनपद मे शून्य से पांच वर्ष तक के छूटे हुये बच्चों एवं गर्भवती को शत- प्रतिशत प्रतिरक्षित करने के उद्देश्य से अभियान की शुरुआत की गयी है। नवजात शिशुओं और बच्चों में होने वाली जानलेवा बीमारियों जैसे- पोलियो, खसरा-रूबेला, डायरिया, डिप्थीरिया, टिटनेस, काली खांसी आदि से बचाने के लिए संपूर्ण टीकाकरण बेहद जरूरी है। सरकार नवजात शिशुओं और बच्चों को इन बीमारियों से बचाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।
उन्होंने बताया कि इंद्रधनुष के सात रंगों को प्रदर्शित करने वाले इस मिशन का उद्देश्य है कि सभी बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं का  टीकाकरण सुनिश्चित हो। यह अभियान तीन चरणों  में चलाया जाना है। पहला चरण सोमवार (सात अगस्त) से शुरू हुआ और 12 अगस्त तक चलेगा, दूसरा 11  से 16 सितंबर, तीसरा नौ से 14 अक्टूबर तक चलाया जाएगा। यह अभियान जिले के समस्त ब्लॉक में चलाया जा रहा है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने जनता से अपील की है कि अपने घर परिवार में कोई गर्भवती महिला एवं जन्म से लेकर पांच वर्ष तक के बच्चों का टीकाकरण अवश्य कराएं। इस अभियान के तहत निकटतम स्वास्थ्य केंद्रों पर जाकर टीके लगवा कर जानलेवा बीमारियों से बचाव करें। यदि बच्चों का टीकाकरण समय से कराते हैं तो बच्चे जीवन भर स्वस्थ और खुशहाल रहेंगे । अभियान में ईट-भट्ठों,घुमंतू और निर्माण साइटों पर रहने वाले परिवारों के बच्चों के टीकाकरण पर जोर दिया जाएगा, क्योंकि इन स्थानों पर रहने वाले परिवार एक से दूसरे जगह स्थानांतरित होते रहते हैं। इसलिए सामान्य अभियान के दौरान इनके छूट जाने की आशंका बनी रहती है। टीकाकरण न होने वाले या फिर आंशिक टीकाकरण वाले बच्चों को अभियान के तहत बारह तरह की बीमारियों से बचाने वाले टीके लगाए जाएंगे।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. वीरेंद्र कुमार ने बताया कि  बच्चों को नियमित टीकाकरण के जरिए शून्य से पांच साल में बीसीजी, हेपेटाइटिस-बी, पेंटा, मीजल्स- रूबेला, पीसीवी, रोटा वायरस, पोलियो आदि टीको से कोई भी बच्चा वंचित न रहे। यह टीके बच्चे के जन्म के समय, डेढ़ माह पर, ढाई माह पर, साढ़े तीन माह पर, नौ माह पर, 16 माह व पांच साल पर लगाए जाते हैं। टीकों से जो बच्चे किसी कारणवश वंचित रह गए हैं उनका टीकाकरण करने के लिए सघन मिशन इन्द्रधनुष 5.0 का आयोजन किया जा रहा है।
उप जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. शशि प्रकाश ने बताया कि अभियान के तहत प्रतिरक्षित किए गए बच्चों और गर्भवती के कवरेज की एंट्री ई-कवच पोर्टल पर की जाएगी।
क्या कहा लाभार्थियों ने-
जिला महिला चिकित्सालय स्थित प्रसवोत्तर केंद्र पहुंचे सदर शीशमहल मालगोदाम निवासी रिंकू गुप्ता ने कहा कि आज हमने अपने बच्चे को उम्र के सापेक्ष डीपीटी बूस्टर ,ओपीवी बूस्टर, एमआर -2, जेई -2, विटामिन ए सेकंड डोज से प्रतिरक्षित कराया। सभी लोगों को अपने बच्चों को प्रतिरक्षण जरूर करा लेना चाहिए। सभी टीके सुरक्षित हैं एवं गंभीर बीमारियों से  बचाव मे लाभदायक हैं।
जिला महिला चिकित्सालय स्थित प्रसवोत्तर केंद्र पहुँची सदर अमृत पाली निवासी  रुचि ने कहा कि हमारे घर में एक बच्चा आज हुआ है। बच्चे को बीसीजी, हेपेटाइटिस बी,ओपीवी का बर्थ डोज लगाया गया है। यह टीका पूरी तरह से सुरक्षित है,और हम अपने बच्चे का संपूर्ण टीकाकरण कराएंगे जिससे 12 जानलेवा गंभीर बीमारियों से बच्चा ग्रसित न हो।
इस मौके पर अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संजय राय, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ देवेंद्र कुमार सिंह, वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. सिद्धार्थ मणि दुबे, जिला कार्यक्रम प्रबंधक डॉ. आरबी यादव, चाई संस्था के प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर धर्मेंद्र तिवारी, डब्ल्यूएचओ के एसएमओ डॉ. नकीबउज़्ज़मॉ, यूनिसेफ के डीएमसी नसीम खान, यूएनडीपी वैक्सीन कोल्ड चेन मैनेजर स्पर्श राज आदि उपस्थित रहे।