पवई, आजमगढ़। मिल्कीपुर बाजार में आजमगढ़ के चिल्ड्रेन स्कूल में पढ़ने वाली श्रेया नाम की छात्रा के द्वारा तीसरे तल से कूदकर आत्महत्या करने के लिऐ बाध्य करने पर तथा श्रेया के दोषियों को कठोर सजा दिलाने के लिए और प्राइवेट स्कूलों की मनमानी को रोकने के लिए दफ्ती और नारा लगाते हुऐ मार्च निकाला गया। पूरे बाजार में मार्च निकाल कर प्रशासन से मांग की गई। की श्रेया को न्याय दिया जाय और दोषी बक्से न जाय श्रेया के समर्थन में स्कूली बच्चें, अभिभावक और आम जनता भी सामिल हुई। सबके मन में गुस्सा और रोष देखने को मिला भारतीय जन कल्याण पार्टी के प्रदेश महामंत्री कृष्ण अवतार अग्रहरि गुप्तेश जी ने शासन प्रशासन से मांग करते हुए कहा की प्राईवेट कॉन्वेंट स्कूलों पर नकेल कसा जाना जरुरी है। प्राईवेट स्कूल मनमानी फीस लेते है। शिक्षा बाटने के नाम पर शिक्षा बेच रहे है। अभिभावकों से मोटी रकम वसूल करते है। स्कूल से ही किताब, ड्रेस कापी, टाई, बेल्ट, जूता मोजा, इत्यादि समान खरीदने पर बाध्य करते हैं। और उत्तर प्रदेश सरकार के पाठक्रम से विपरित सस्ती किताब के स्थान पर 50 से 60 प्रतिशत तक कमीशन वाला प्राईवेट किताब खरीदने के लिऐ विवस करते है। इतना ही नहीं बल्कि आए दिन फीस बढ़ा दी जाती है। आज फिर ताना शाही करते हुऐ सरकार से बिना अनुमति लिऐ आकस्मिक स्कूल बन्द कर बच्चों की पढ़ाई में बाधा पहुंचाने का प्रयास किया गया है। ऐसा करने से बच्चों की पढ़ाई बाधित होती है। यह गैर जिम्मेदारन असंवैधानिक तरीका है। यह घोर अन्याय है। एक बच्चे को पढ़ाने में 1 दिन का खर्च 100 से लेकर 300 तक का लगता है। घटना आजमगढ़ जिले के एक स्कूल में हुआ था परंतु प्राइवेट स्कूलों की तानाशाही के कारण प्रदेश के सभी प्राइवेट स्कूलों को एक दिन के लिऐ बंद कर दिया गया। जो बच्चों के पढ़ाई में बाधा पहुंचाने के उद्देश से और शासन, प्रशासन के ऊपर दबाव बनाकर दोषियों को जेल से छुड़वाने के लिऐ किया गया है उत्तर प्रदेश अभिभावक संघ इसका विरोध और घोर निंदा करता है।
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