– पीड़ित ने कहा कि मेरे पिता के जमाने से है बैनामेदार जमीन
अतरौलिया, आजमगढ़। अतरौलिया गांव के वर्तमान सम्मो माता मंदिर के समीप स्थित कसाई टोला मुहल्ले में अतरौलिया पुलिस चौकी के नाम से गाटा संख्या 345 एवं 348 कुल रकबा 291 कड़ी की जमीन थी जो अभिलेख में पुलिस चौकी के रूप में पहले से दर्ज है। 1908 से पहले यही से पुलिस चौकी के रूप में संचालित होता था। लेकिन वर्तमान में इस बात की जानकारी काफी समय हो जाने के कारण ना तो पुलिस को रहा ना तो राजस्व विभाग के अधिकारियों के पास। काफी लम्बे समय से इस जमीन पर अतरौलिया नगर पंचायत निवासी सब्जी व्यवसाई शिव प्रसाद सोनकर पुत्र छोटू सोनकर का रहा करते थे इसी जमीन पर उन्होंने लगभग 10 वर्ष पूर्व में 8-10 कमरे का मकान भी बनवा लिया था जो पूरी तरह से बनकर तैयार हो चुका था। किसी ने इस बात की जानकारी वर्तमान अतरौलिया प्रभारी निरीक्षक प्रमेन्द्र सिंह को दी। थाने की जमीन की जानकारी होने पर प्रभारी निरीक्षक द्वारा पूरे मामले का जांच करा कर हकीकत और यथास्थिति की जानकारी ली गयी। थाना दिवस के अवसर पर सक्षम अधिकारियों के निर्देश पर राजस्व लेखपाल रामसुंदर यादव ने पुलिस फोर्स के साथ मौके पर इस जमीन का सीमांकन कराया जो पुलिस चौकी के नाम से दर्ज था, तो इस चौकी की जमीन पर शिव प्रसाद सोनकर द्वारा मकान निर्माण करके कब्जा करने का मामला प्रकाश में आया। आनन-फानन में तुरंत पुलिसकर्मियों ने जमीन एवं मकान को खाली करा दिया। वही पीड़ित शिव प्रसाद सोनकर का दावा है कि यह जमीन मेरे पिताजी ने बहुत पहले बैनामा लिया था और हम 60 वर्ष पहले से इस जमीन पर रह रहे हैं। इस जमीन के बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं दी गई और जमीन को पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया। इस जमीन पर मेरा पुराना कब्ज़ा है, जिसमे मेरे द्वारा करोड़ों रुपये खर्च किया गया है इसके लिए हम मुख्यमंत्री तथा अन्य अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाएंगे।
क्या कहते हैं जिम्मेदार ,,,,,,?
तहसीलदार बुढनपुर अभिषेक सिंह ने बताया कि पुलिस चौकी के नाम से पहले से नॉन जेडए की जमीन दर्ज थी जिसके विषय में अतरौलिया थाने को सूचना दी गई थी। मौके पर लेखपाल द्वारा उक्त जमीन का सीमांकन कराया गया है, सीमांकन के बाद उक्त जमीन पर पुलिस को कब्ज़ा दिला दिया गया है। अगर पीड़ित पक्ष के पास उस समय के पैमाइश कि कोई भी कागजात होंगे तो उनकी बात भी सुनी जाएगी। प्रभारी निरीक्षक अतरौलिया प्रमेंद्र सिंह ने बताया कि अतरौलिया कस्बे में पुलिस चौकी के नाम से बहुत पहले से जमीन थी जिस पर अवैध कब्जा था। जानकारी होने पर पूरे मामले की गहन जांच कर कर अभिलेखों के आधार पर उक्त जमीन को कब्जा मुक्त करा लिया गया है।