बैरिया शहीद स्मारक पर श्रद्धा-सुमन अर्पण करने वालों का लगा ताँता,व्यवस्था में निरंतर गिरावट पर लोगों में रोष

बैरिया थानाध्यक्ष ने परम्परा के अनुसार विधिवत पूजा-अर्चना कर शहीदों को श्रद्धा-सुमन अर्पण करने की शुरुआत ।
शैलेश सिंह
बैरिया, बलिया। शहीदों के मजार पर लगेंगे हर वर्ष मेला, बस उनकी आखिरी निशां होगा बाकी । उक्त पंक्ति को चरितार्थ करते हुये प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी शुक्रवार 18 अगस्त को शहीद स्मारक पर शहीदों को नमन करने के लिये द्वाबा सहित जनपद के कोने कोने से हर दल के नेताओं, समाजसेवी,स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी संगठन के सदस्यगण सहित काफी संख्या में क्षेत्र व जिले के लोगों ने वहां पहुंचकर अपनी अपनी श्राद्ध -सुमन शहीदों को अर्पित किया। दशकों से चली आ रही परंपरा के अनुसार बैरिया थाना प्रभारी ने प्रातः शहीद स्मारक पर पहुंचकर पूजा अर्चन कर शहीदों को फूलमाला पहनकर उन्हें नमन किया और पुष्प अर्पण के कार्यक्रम की शुरुआत किया।
श्रद्धा सुमन अर्पण करने वालो में प्रमुख रूप से बलिया सांसद वीरेंद्र सिंह “मस्त”, राज्य सभा सांसद नीरज शेखर, पूर्व सांसद भरत सिंह, पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह,भाजपा जिलाध्यक्ष जय प्रकाश साहू, सपा के पूर्व लोक सभा प्रत्याशी सनातन पाण्डेय, तारकेश्वर पांडेय, संजय उपाध्याय, विश्राम यादव,श्रीनाथ सिंह “नेताजी”, राधेश्याम यादव, प्रोफेसर सुभाष सिंह सहित क्षेत्र व जनपद से आये सैकड़ो लोगो ने शहीदों को अपना अपना श्रद्धा सुमन अर्पित किया। इस अवसर पर शहीद स्मारक के समीप लगे सभा स्थल से दर्जनों लोगों ने शहीदों को नमन करते हुये उनके जीवनवृत, त्याग और बलिदान पर व्यापक प्रकाश डाला । वक्ताओं ने सहीदो के बताये रास्तों पर चलकर समाज के लिये कुछ अच्छा काम करने का संकल्प भी दुहराए । मंच पर उपस्थित वक्ताओं ने बैरिया शहीद दिवस पर लगने वाले मेले के प्रति स्थानीय नेताओं मे दिलचस्पी न लेने का आरोप लगाते हुए कहा कि मेले का स्वरूप दिन प्रतिदिन बदलता जा रहा है और व्यवस्था में निरंतर गिरावट आ रही है । इसके प्रति लोगों में भी गहरा रोष देखने को मिला। बलिया से रोडवेज की बस से सेनानी उत्तराधिकारी संगठन के मुखिया के नेतृत्व में साथ आये लोगों ने शहीदों के मजार पर श्रद्धा सुमन अर्पित किया। उपजिलाधिकारी आत्रेय मिश्र ने सेनानी उत्तराधिकारी संगठन के मुखिया सहित अन्य लोगों को तहसील सभागार में फूलमाला पहनाकर उन्हें अंगवस्त्र से सम्मानि किया।