स्वतंत्र भारत से वरुण सिंह की रिपोर्ट

लखनऊ/आजमगढ़ । प्रोफेसर त्रिवेणी सिंह पुलिस अधीक्षक साइबर क्राइम मुख्यालय लखनऊ के निर्देशन में तकनीकी संसाधनों का प्रयोग करते हुए नाइजीरियन गैंग के तीन नाइजीरियन साइबर अपराधियों को आजमगढ़ की साइबर पुलिस ने गिरफ्तार किया है, यह विदेशी अपराधी अब तक भारत में लगभग एक अब से ज्यादा रुपए की ठगी कर चुके हैं, यह अपराधी लोगों से दोस्ती कर महंगे गिफ्ट देने के नाम पर ठगी करते थे, ताजा मामला बलिया जनपद के सहतवार थाना क्षेत्र का है, जहां इन साइबर नाइजीरियन अपराधियों ने एक व्यक्ति से 32 लख रुपए की ठगी की थी, पकड़े गए नाइजीरियन साइबर अपराधियों में चिबिके ऑस्टिन पुत्र उचे, चिमेज़ी जस्टिस पुत्र गॉडविन, चिमम्कपा किज़िटो पुत्र एकेचुकु इमैनुएल शामिल हैं, इन नाइजीरियन अपराधियों का वर्तमान पता- एच नंबर 13 दूसरी मंजिल केएच नंबर 18/15, गुरु गोविंद नगर, निलोथी EXT. थाना निहाल विहार, बाहरी जिला दिल्ली है। बता दें कि यह नाइजीरियन सोशल मीडिया पर लोगों से दोस्ती कर महंगे गिफ्ट डायमंड, नेकलेस जो करोड़ों के देने के बहाने लूटने का कार्य करते थे, ताजा मामला बलिया जनपद के थाना सहतवार क्षेत्र के एक पीड़ित से दोस्ती कर शादी में मांगे उपहार देने के नाम पर 32 लख रुपए की साइबर धोखाधड़ी की थी, पीड़ित के तहरीर पर मुकदमा पंजीकृत किया गया था, और इस अपराध के सफल अनावरण एवं अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु विशेष पुलिस महानिदेशक साइबर क्राइम मुख्यालय लखनऊ द्वारा 20, 7, 2023 को साइबर क्राइम थाना आजमगढ़ परिक्षेत्र को या मुकदमा स्थानांतरित किया गया था, गिरफ्तार अभियुक्तों ने बताया कि हम लोग स्टूडेंट व मेडिकल वीजा पर इंडिया आते हैं, वह नॉर्थ जिला के मिजोरम और नागालैंड के लोगों के साथ मिलकर माहंगे गिफ्ट डायमंड व करोड रुपए देने के बहाने इंडिया और अन्य देशों के लोगों से साइबर ढ़गी करते हैं, नॉर्थ ईस्ट के पुरुष व महिलाओं को पैसे का ज्यादा लालच देकर उनके बैंक खाता व अधिक मात्रा में एक्टिवेट सिम प्राप्त करते हैं, उपरोक्त मुकदमे में भी हम लोगों ने महंगें उपहार देने के नाम पर जैसे अधिवक्ता शुल्क, कस्टम शुल्क, फाइल शुल्क इत्यादि के नाम पर करीब 32 लाख रुपए की साइबर धोखाधड़ी की थी, इन अपराधियों ने बताया कि हम लोगों ने इन फर्जी बैंक को खातों में पैसा जमा करके एटीएम से निकाल लेते हैं, और नाइजीरिया के बैंक खाता में जमा कर देते हैं, बता दें की जांच के दौरान ज्ञात हुआ कि गिरफ्तार अभियुक्तों ने अपने अलग-अलग नाइजीरियन और अफ्रीका के बैंक खातों में पैसा जमा कराए हैं । जिसकी गहराई से जांच की जा रही है, गिरफ्तार अभियुक्तों ने बताया कि इस अपराध में दिमापुर नागालैंड की महिलाएं जो दिल्ली में रहकर साइबर अपराध में सहयोग करती हैं, अब पुलिस नॉर्थ ईस्ट जिला के मिजोरम, नागालैंड के अभियुक्तों की तलाश कर रही है, गिरफ्तार अभियुक्तियों के बयान व बरामद डिटेल्स के आधार पर अब तक करीब 100 करोड़ की ठगी इन लोगों द्वारा की गई है ‌