सगड़ी, आजमगढ़। भाषा विभाग उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान लखनऊ द्वारा संचालित हो रहे अभियान गृहे गृहे संस्कृतम् योजना अंतर्गत 10 दिवसीय सरल संस्कृत भाषा शिक्षण का तृतीय चक्र का उद्घाटन प्रधानाचार्य विनोद यादव के द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। प्रधानाचार्य जी ने श्लोकों के माध्यम से बच्चों को सरल संस्कृत सीखने के लिए प्रेरित किया एवं उत्साह पूर्वक शिविर में अधिक से अधिक संख्या में सम्मिलित हो। सभी को बच्चो से आग्रह किया। संस्कृत प्रशिक्षक अश्वनी राजभर ने कहा कि शिविर 10 दिनों तक चलेगा जिसमें बच्चे खेल-खेल में वह गीत कविता के माध्यम से सरलतम प्रकार से संस्कृत का अध्ययन अध्यापन कार्य कराया जाएगा। उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान का मुख्य ध्येय वाक्य है कि घर-घर की भाषा संस्कृत भाषा हो, उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान अनेक योजनाओं का शुभारंभ कर रहा है। यह योजना कार्यकारी अध्यक्ष एवं अपर मुख्य सचिव जितेंद्र कुमार, निदेशक विनय श्रीवास्तव, प्रशासनिक अधिकारी जगदानंद झा, प्रशिक्षक समन्वय श्री धीरज मैठाणी, योजना समन्वय अनिल कुमार गौतम इत्यादि के द्वारा संचालित किया जा रहा है। उद्घाटन सत्र के दौरान सहायक अध्यापक सुनीता, दिव्या चौहान, उदय प्रताप पांडे, रेखा पांडे, अरविंद यादव, सतीश सिंह, जयंती, रीमा आदि उपस्थित रहे।
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