स्वतंत्र भारत महराजगंज से कुलदीप सिंह की रिपोर्ट आजमगढ़ जिले के महराजगंज थाना क्षेत्र के सरदहां बाजार में बुधवार की सुबह करीब पौने आठ बजे कपड़ा व्यवसायी पिता – पुत्र की बाइक सवार बदमाशों में गोली मारकर हत्या कर दी, और हवाई फायरिंग करते हुए फरार हो गए, इस मामले में पुलिस ने पवन गुप्ता पुत्र दिनेश गुप्ता, पंकज गुप्ता पुत्र दिनेश गुप्ता, प्रदीप गुप्ता पुत्र दिनेश गुप्ता, दिनेश गुप्ता पुत्र हनुमान गुप्ता, निर्मला पत्नी दिनेश गुप्ता निवासीगण-सरदहां बाजार मेउडिया, के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर कार्रवाई शुरू कर दी है, हत्या की दूसरे दिन यानी गुरुवार को पुलिस ने हत्यारों द्वारा मंदिर की जमीन पर किए गए अवैध निर्माण के कब्जे को बुलडोजर से गिरवा दिया, इसके अलावा पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने एसपी सिटी के नेतृत्व में अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु 04 टीमों का गठन किया है। वहीं कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। हत्या की घटना के बाद जो तथ्य छनकर सामने आ रहे हैं, उसमें कहीं न कहीं व्यवसाय की प्रतिद्वंद्विता झलक रही है, कारण की सामने की एक दुकान से व मृतक के दुकान से तीन-चार वर्षो से ग्राहक अपनी-अपनी तरफ खींचने को लेकर के अक्सर विवाद हो रहा था, और इसी के तहत कुछ दिन पहले ग्राहक को अपने तरफ खींचने को लेकर मारपीट भी हुई, जिसमें मृतक पक्ष जेल भी गया था, खैर सुबह-सुबह डबल मर्डर के बाद प्रशासन जहां हलकान हो गया वहीं क्षेत्र में दहशत का माहौल हो गया, डबल मर्डर की सूचना मिलते ही सबसे पहले पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य व आला अधिकारी मौके पर पहुंचे, वहीं कुछ देर बाद डीआईजी सहित तमाम थाने की फोर्स पहुंच गई, डीआईजी व पुलिस अधीक्षक ने परिवार को समझा बुझा करके दोनों बाडी को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया, बता दें कि गोपालपुर गांव निवासी रसीद अहमद (55) वर्ष पुत्र मुस्तफा, सरदहा बाजार स्थित अपने मकान में रेडीमेड कपड़े का व्यवसाय करते थे, और उनका परिवार भी इसी मकान में रहता है, बुधवार की सुबह लगभग पौने आठ बजे बजे के करीब अपने छोटे बेटे शोएब (22) वर्ष के साथ दुकान खोल कर साफ-सफाई कर रहे थे, तभी बाइक सवार तीन अपराधी मौके पर पहुंचे, और दुकान में घुसकर रसीद पर गोलियां बरसाना शुरू कर दिया, पिता पर गोली की बौछार होते देख, बेटा जान बचाने के लिए दुकान के दूसरे हिस्से के निर्माणाधीन मकान की तरफ भागा, तो अपराधियों ने उसे भी दौड़ा कर गोली मार दी, जिससे दोनो की मौत हो गई, आसपास के लोगों ने बताया कि जब तक लोग कुछ समझ पाते अपराधी हवाई फायर करते हुए मौके से फरार हो गए, घटनास्थल पर जुटी भीड़ में लोग दबी जुबान से घटना की निंदा करते हुए इसे पुरानी रंजिश से जोड़ कर देख रहे थे, लोगों का कहना था कि मृतक की दुकान के सामने ही एक और कपड़े की दुकान है, दोनों दुकानदारों के बीच लगभग तीन-चार वर्ष पूर्व ग्राहकों को अपनी तरफ बुलाने को लेकर विवाद प्रारंभ हुआ था, जो पिछले कुछ माह पूर्व मारपीट में तब्दील हो गया था, मार पीट के मुकदमें में लगभग छ: माह पूर्व मृतक पक्ष के लोग कई महीने की सजा काटकर जमानत पर घर आए थे, डीआईजी आजमगढ़ मण्डल व पुलिस अधीक्षक ने दोषिओं पर कड़ी कार्यवाही करने का आश्वासन दिया है।