आजमगढ। कृषि महाविद्यालय कोटवां में भारतीय समृद्धि एवं खाद्य सुरक्षा के लिए प्राकृतिक खेती में संभावनाएं एवं चुनौतियां विषय पर एकदिवसीय आंचलिक सम्मेलन का आयोजन किया गया। सम्मेलन की अध्यक्षता महाविद्यालय के अधिष्ठाता प्रो० धीरेंद्र कुमार सिंह एवं संचालन विनीत सिंह ने किया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय विश्वविद्यालय कुमारगंज अयोध्या के कुलपति विजेंद्र सिंह रहे। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि राष्ट्रीय कृषि उच्च शिक्षा परियोजना के नोडल ऑफिसर डॉक्टर देबाशिष नियोगी रहे। मुख्य अतिथि मा० कुलपति प्रो बिजेंद्र सिंह ने कहा कि वर्तमान समय में प्राकृतिक खेती को अपनाने की आवश्यकता है, रासायनिक उर्वरक के ज्यादा उपयोग से भूमि की गुणवत्ता कम होती जा रही है। पशुओं को कृषि में उपयोग कर हम इस दुष्परिणाम को रोक सकते है तभी टिकाऊ कृषि कर पाएंगे। सम्मेलन को संबोधित करते हुए एग्रीविजन के राष्ट्रीय सह संयोजक अमित सिंह ने कहा कि एग्रीविजन की स्थापना 2015 में हुई थी, जिसका उद्देश्य कृषि के विद्यार्थियो के विकास के लिए, प्रशिक्षण कार्यक्रम, भविष्य की योजनाओं पर केंद्रित होकर कार्य करती है। सम्मेलन के अंतिम सत्र में भारतीय जनता पार्टी गोरखपुर क्षेत्र के क्षेत्रीय अध्यक्ष सहजानंद राय ने अपने वक्तव्य में कहा कि भोजन प्रत्येक जीवधारियों के लिए महत्वपूर्ण है। कृषि क्षेत्र में कार्य करने वाले सभी वैज्ञानिक एवं शिक्षक, विद्यार्थी पुरी निष्ठा से कार्य करे किसी भी प्रकार के संसाधन की समस्या होने पर हम सभी हमेशा आपके साथ हैं। इस दौरान अलग अलग सत्रों में प्रांत संगठन मंत्री हरिदेव जी, अमन सिंह ने भी संबोधित किया एवं विभिन्न व्याख्यान का आयोजन भी किया गया। इस दौरान प्रांत उपाध्यक्ष प्रो० प्रशांत राय, डॉ० रुद्र प्रताप सिंह, डॉ० विनय सिंह, डॉ० अशोक सिंह, डॉ० संदीप पाण्डेय, डॉ० अनिल सिंह, डॉ० प्रकाश यादव, डॉ० विनोद कुमार, डॉ० विमलेश कुमार, डॉ० टी पांडियाराज, डॉ० रेनू गंगवार, डॉ० विजेन्द्र राय, डॉ० विजय लक्ष्मी राय, रामअवध यादव, जगदम्बा प्रसाद सिंह, उजमा, प्रिया रंजन, शिवम पाण्डेय, उत्कर्ष, गौरव, आशुतोष, कृपा मणि, रमन, प्रियांशु, आकाश, अभिषेक, दीपक, निखिल, दिवाकर, विकास समेत भारी संख्या में विद्यार्थी मौजूद रहें।
Sign in
Sign in
Recover your password.
A password will be e-mailed to you.