रिपोर्ट/ आनंद गौड़ 

बड़े स्कूलों में नाम लिखाने से नहीं उज्जवल होगा बच्चों का भविष्य ।
अभिभावक को दिन-रात करनी होगी बच्चों की निगरानी ,

सगडी़ : विद्यार्थी का जीवन व्यक्ति और राष्ट्र के भविष्य की तैयारी का बड़ा अवसर होता है। इस जीवन में जो व्यक्ति सोचता है, वही बनता है। केवल बड़े स्कूलों में नाम लिखाने से कोई छात्र अपने लक्ष्य को प्राप्त नहीं कर सकता।बल्कि अभिभावक को निरंतर बच्चों की निगरानी करनी होगी। स्वस्थ समाज के निर्माण के लिए हमें पुराने परिवेश को अंगीकार करना होगा।

शनिवार को जीयनपुर स्थित शिव बालिका इंटर कॉलेज में मेधावी छात्रों का सम्मान और अतिथि गृह का उद्घाटन करने के बाद भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष सांसद बृजभूषण सिंह ने कहा कि विद्यार्थी जीवन में सतर्क रहने की जरूरत है। बिना समय का प्रबंध किए कोई भी व्यक्ति तरक्की नहीं कर सकता। आज जैसा आप सोचेंगे, जैसा करेंगे कल उसका वैसा ही प्रतिफल मिलेगा। हर काम का समय होता है और समय पर किए गए काम से सफलता अवश्य मिलती है। आज का परिवेश जिस तरह से बदल रहा है,बच्चे बुरी संगतियों में पड़ते जा रहे हैं।अभिभावक का दायित्व है कि वह अपने बच्चों की दिनचर्या का ध्यान अवश्य रखे कि उसका बच्चा कैसे लोगों के साथ उठाना बैठता है। बच्चे पैदा करना ही हमारा काम नहीं है बल्कि उन्हें सच्चा नागरिक बनाना भी हमारा परमदायित्व है।
हानिकारक वस्तुओं की तरफ ध्यान आकृष्ट कराते हुए उन्होंने कहा कि पहले गांव से दूध, दही और घी शहर को जाता था। अब इसका उल्टा हो रहा है। हम मिलावटी सामान खाने को मजबूर हो गए हैं। व्यवसायिकता की आंधी में हमारी सोच भी गिरती जा रही है। क्रिकेट के एक महान खिलाड़ी पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि खिलाड़ी द्वारा कुरकुरे का प्रचार किया जा रहा। सांसद ने विद्यालय के छात्र आरोही गुप्ता, आयशा सिद्दीकी, साजिया बानो, अंशिका प्रजापति, अंशिका विश्वकर्मा,शिखा चौहान, सलोनी वर्मा, वंदना साहनी, आकांक्षा चौरसिया, सनोज, फरहत फातिमा, और सीमा चौहान को सम्मानित किया।इस अवसर पर भाजपा नेता संतोष सिंह टीपू, पूर्व जिला अध्यक्ष जय नाथ सिंह,कुश्ती महासंघ के जिला अध्यक्ष राजेंद्र यादव, प्रदेश उपाध्यक्ष विजय यादव, विजय शंकर, प्रमुख प्रतिनिधि मनीष कुमार मिश्रा, ज्ञानेंद्र मिश्रा, विजेंद्र पांडे, सोनू सिंह, खटालू सिंह, शिव गोविंद सिंह, आदि लोगों ने माल्यार्पण का स्वागत किया। विद्यालय के प्रधानाचार्य शशि कुमार सिंह ने मुख्य अतिथि को अंगवस्त्र और गदा भेट कर सम्मानित किया।