(जीयनपुर) आजमगढ़ । जीयनपुर बजार में स्थित शिव बालिका इंटर कॉलेज में बुधवार को जीयनपुर कोतवाली में तैनात कांस्टेबल ममता सिंह व रंजना सिंह ने बच्चों को जागरुक करते हुए गुड टच बैड टच के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी । छात्राओं से बात करते हुए कहा कि अगर कोई आपको टच करता है, और आपको अच्छा
लगता है या स्नेह की अनुभूति होती है, तो यह गुड टच कहलाता है। इसको आप अपनी मां, पिता, बड़ी बहन, दादी के टच से फील कर सकते हैं। वहीं बैड टच के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि जब कोई व्यक्ति आपको इस तरह से छूता है कि आप अपने असहज महसूस करती हैं, या फिर उस व्यक्ति के द्वारा छूना आपको बुरा लगता है। इसी को बैड टच कहा जाता है । उन्होंने बच्चों से कहा कि किसी भी स्थिति में वे बाहरी आदमी को शरीर के अंगों को नहीं छूने देंगे। अगर आप लोगों के साथ ऐसा होता है, तो भी डरना नहीं चाहिए, और मदद के लिए चिल्लाना चाहिए। अगर आप ऐसा करेंगे, तो एक आवाज पर आपकी मदद के लिए बहुत से लोग पहुंचेंगे। और यह समझना चाहिए कि किसी सुरक्षित स्थान पर कैसे पहुंचें और चिल्लाएं या अलार्म बजाएं। उन्होंने बैड टच के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि जब कोई व्यक्ति जो आपको कुछ इस प्रकार से छुए कि आपको बहुत शर्मिंदगी महसूस हो, कुछ अच्छा नहीं लगे, उस तरह के छूने को हम बैड टच कहते हैं। वह आपके शरीर को गलत तरीके से छूने का प्रयास भी कर सकता है। अगर कोई व्यक्ति इस तरह से छुए और आपको लगे कि ऊपर से यह भी कह सकता है कि किसी को बताना नहीं तो यह एक बैड टच की निशानी है। कोई पड़ोसी या फिर कोई आसपास का रहने वाला व्यक्ति या रिश्तेदार, जिनका घर में आना जाना हो, वे भी इसमें सम्मिलित हो सकते है। कई बार तो हद हो जाती है, जब बुजुर्गों का भी नाम इसमें निकल कर आता है। यह वह घटना है, जिसे उस उम्र में, जब उनके साथ यह सब हो रहा होता है, बच्चे बच्चियां कुछ समझ ही नहीं पाते है, क्योंकि वे तो अभी नादान मासूम होते हैं। उन्होंने बच्चों से कहा कि अगर कोई कहे की चलिए मैं आपको आपके घर छोड़ देता हूं, तो आप लोग किसी अनजान आदमी की मोटरसाइकिल पर और उसके साथ नहीं जाएंगे, क्योंकि वह आपके साथ गलत कर सकता है, इसलिए हमेशा घर से निकले इन सब बातों का ध्यान रखें ।